Makar Sankranti 2024: 14 और 15 जनवरी को ‘दही-चूड़ा भोज’ का आयोजन, राजद प्रमुख लालू यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर मकर संक्रांति जुटान, जानें क्या
By एस पी सिन्हा | Published: January 11, 2024 04:01 PM2024-01-11T16:01:16+5:302024-01-11T16:02:54+5:30
Makar Sankranti 2024: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मंत्री तेज प्रताप यादव एवं सांसद मीसा भारती के साथ-साथ लालू यादव समेत पार्टी के सभी पदाधिकारी, नेता एवं कार्यकर्ता स्वागत में उपस्थित रहेंगे।
Makar Sankranti 2024: बिहार में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी और 15 जनवरी को ‘दही चूड़ा भोज’ का आयोजन किया गया जायेगा। इस बार मकर संक्रांति को लेकर लालू यादव बड़ी तैयारी में जुटे हैं। इस ‘दही चूड़ा भोज’ में महागठबंधन सहित सभी दलों के नेता एवं कार्यकर्ता आमंत्रित होंगे।
राजद के तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, मंत्री तेज प्रताप यादव एवं सांसद मीसा भारती के साथ-साथ लालू यादव समेत पार्टी के सभी पदाधिकारी, नेता एवं कार्यकर्ता स्वागत में उपस्थित रहेंगे। दरअसल, बिहार में दही-चूड़ा भोज की शुरुआत लालू प्रसाद ने वर्ष 1994-95 में की थी। तब वे बिहार के मुख्यमंत्री थे।
लालू यादव ने आम लोगों को अपने साथ जोड़ने के लिए दही-चूड़ा भोज का आयोजन शुरू किया था। बिहार के हर हिस्से से हजारों लोग लालू यादव के भोज में शामिल होने आते रहे। यहां तक कि इस दौरान कई प्रकार के सियासी समीकरण भी बने। वैसे नेता जिन्हें लालू अपने साथ जोड़ना चाहते, उन्हें इस भोज के बहाने जरूर बुलाया जाता।
धीरे धीरे दही-चूड़ा भोज राजद की परंपरा बन गई। यहां तक कि चारा घोटाला में लालू यादव के जेल जाने के बाद भी राजद ने यह परंपरा कायम रखी। इस दौरान वह खुद अपने पार्टी और सहयोगियों को दही परोसते हुए भी नजर आते रहे हैं। लेकिन, इस बार यह काम तेजस्वी के हाथों होने की उम्मीद जताई जा रही है।
दही-चूड़ा भोज को लेकर अभी से लालू यादव ने व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। 2017 में राबड़ी आवास पर हुए दही-चूड़ा भोज में लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के माथे पर दही का टीका लगाया था। उस वक्त वह तस्वीर काफी चर्चा में आई थी। हालांकि, वर्ष 2021 में लालू परिवार के यहां दही-चूड़ा खिलाने की परम्परा तब टूटी जब देश में कोरोना महामारी आया।
वहीं 2023 में एक बार फिर से तेजस्वी यादव ने दही-चूड़ा भोज की तैयारी की। लेकिन, राजद के वरिष्ठ नेता शरद यादव के निधन के बाद भोज को अंतिम समय में स्थगित करना पड़ा। अब एक साल बाद फिर से लालू यादव उसी अंदाज में दही-चूड़ा भोज करने की तैयारी में हैं।