शिवसेना महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रही है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना ये कदम सोमवार को राज्यपाल द्वारा उसकी सरकार बनाने के लिए उसका दावा साबित करने के लिए और मोहलत को ठुकराए जाने को लेकर उठा सकती है।
राज्यपाल ने ठुकरा दी थी शिवसेना की अतिरिक्त समय की मांग
राज्यपाल ने सोमवार शाम को शिवसेना द्वारा समर्थन पत्र न पेश कर पाने के बाद महाराष्ट्र चुनावों में तीसरे सबसे बड़े दल बनकर उभरे एनसीपी को सरकार बनाने का न्योता दिया था।
शिवसेना ने इससे पहले सोमवार को कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने की कोशिशों के तहत अपने नेता अरविंद सावंत को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से वापस बुला लिया था, जिसे 30 सालों में दूसरी बार इन दो दलों का नाता टूटने के तौर पर देखा जा रहा है।
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे सोमवार को राज्यपाल के पास अपनी पार्टी को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए आवश्यक विधायकों के समर्थन पत्र को पेश करने के लिए 24 घंटे की और मोहलत देने की पेशकश की थी, जिसे राज्यपाल ने ठुकरा दिया था।
शिवसेना का कहना है कि, राज्यपाल ने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए अपना दावा पेश करने की इच्छा व्यक्त करने और अपना संख्या बल साबित करने के लिए तीन दिनों का समय दिया था।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, सीनियर वकील और पूर्व कांग्रेसी मंत्री कपिल सिब्बल इस मामले में शिवसेना की तरफ से केस लड़ सकते हैं। सिब्बल ने हालांकि अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
महाराष्ट्र चुनावों में