राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' को लेकर महाराष्ट्र के मंत्री ने उड़ाया मजाक, वीडियो में देखिए क्या कहा
By रुस्तम राणा | Published: November 17, 2022 02:52 PM2022-11-17T14:52:17+5:302022-11-17T14:57:27+5:30
वीडियो में शिंदे सरकार के मंत्री भारत जोड़ो यात्रा को लेकरये यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि भारत जोड़ो यात्रा में जो नेता चल रहे हैं वह अपना वजन कम करने के लिए यात्रा कर रहे हैं।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक 'भारत जोड़ो यात्रा' कर रहे हैं। यह यात्रा इस समय महाराष्ट्र में पहुंची है। इस बीच कांग्रेस सांसद की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री उदय सामंत ने मजाक उड़ाया है। वीडियो में शिंदे सरकार के मंत्री भारत जोड़ो यात्रा को लेकर ये यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि भारत जोड़ो यात्रा में जो नेता चल रहे हैं वह अपना वजन कम करने के लिए यात्रा कर रहे हैं।
वहीं भारत जोड़ो यात्रा पर वीर सावरकर को लेकर फिर से सियासी पारा गर्म हो चुका है। राज्य सरकार के मंत्री उदय सामंत ने यह पूछा कि वीर सावरकर के बारे में जो बयान दिया गया है वह सही है या नहीं अन्य पार्टियों को भी इस पर बोलना चाहिए? यहां मंत्री जी का निशाना उद्धव ठाकरे की शिवसेना और एनसीपी पार्टी पर था।
#WATCH via ANI Multimedia | कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री उदय सामंत ने मजाक उड़ाया।https://t.co/qx7M3IA6Dt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 17, 2022
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने वीर सावरकर को अंग्रजों की मदद करने वाला बताया। राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा कि वीर सावरकर ने अंग्रेजों को लिखे एक पत्र में कहा, "सर, मैं आपके सबसे आज्ञाकारी सेवक बने रहने की याचना करता हूं" और उन्होंने पत्र पर हस्ताक्षर किए। कांग्रेस नेता ने कहा सावरकर जी ने अंग्रेज़ों की मदद की थी।
वीर सावरकर ने अंग्रेजों को लिखे एक पत्र में कहा, "सर, मैं आपके सबसे आज्ञाकारी सेवक बने रहने की याचना करता हूं" और उन्होंने पत्र पर हस्ताक्षर किए। सावरकर जी ने अंग्रेज़ों की मदद की थी: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी,महाराष्ट्र pic.twitter.com/RbVIALjT9b
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 17, 2022
उन्होंने कहा कि जब सावरकर जी ने इस कागज पर हस्ताक्षर किया तो उसका कारण डर था अगर वो डरते नहीं तो वो कभी हस्ताक्षर नहीं करते। जब उन्होंने हस्ताक्षर किया तब उन्होंने महात्मा गांधी, सरदार पटेल आदि नेताओं को धोखा दिया।