Maharashtra Legislative Council Elections: महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन में दरार?, ठाकरे से नाराज कांग्रेस!, कोंकण स्नातक और नासिक शिक्षक निर्वाचन को लेकर रार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 11, 2024 18:40 IST2024-06-11T18:37:14+5:302024-06-11T18:40:11+5:30
Maharashtra Legislative Council Elections: चार विधान परिषद सीटों पर सीट-बंटवारे का फॉर्मूला तय कर लें, तो हम सब के लिए जीतना आसान हो जाएगा।

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Maharashtra Legislative Council Elections: कांग्रेस ने कोंकण स्नातक और नासिक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में विधान परिषद चुनावों के लिए उद्धव ठाकरे द्वारा शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवारों की ‘एकतरफा’ घोषणा किए जाने पर मंगलवार को नाराजगी जताई और उन्हें वापस लेने की मांग की। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने दावा किया कि गठबंधन सहयोगियों से परामर्श किए बिना ठाकरे ने नासिक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए कांग्रेस द्वारा तय किए गए उम्मीदवार का चयन किया। चार विधान परिषद सीटों- मुंबई स्नातक, कोंकण स्नातक, मुंबई शिक्षक और नासिक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र-के लिए द्विवार्षिक चुनाव होने हैं, क्योंकि मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है। इन सीटों के लिए 26 जून को मतदान होगा और एक जुलाई को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
पटोले ने संवाददाताओं से कहा, "उद्धव ठाकरे ने कोंकण स्नातक और नासिक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए हमसे कोई विचार-विमर्श किए बिना ही उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। हमें उम्मीद थी कि (महा विकास आघाडी) घटकों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद ही उम्मीदवारों और सीटों को अंतिम रूप दिया जाएगा।"
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने ठाकरे से इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों से शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवारों को वापस लेने के लिए कहा था। पटोले ने दावा किया कि जब उम्मीदवारों की घोषणा की गई थी, तब उन्होंने ठाकरे से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख बाहर थे।
उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद थी कि उम्मीदवारों की घोषणा विचार-विमर्श करने के बाद की जाएगी।" गठबंधन में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं। पटोले के अनुसार, कांग्रेस ने नासिक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए संदीप गुलवे के नाम को अंतिम रूप दिया था और ठाकरे को सूचित किया था।
लेकिन बाद में उन्होंने बिना किसी चर्चा के गुलवे को शिवसेना (यूबीटी) में शामिल कर लिया और उन्हें अपना उम्मीदवार बना दिया। उन्होंने कहा, "मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि अगर हम सामूहिक रूप से इन चार विधान परिषद सीटों पर सीट-बंटवारे का फॉर्मूला तय कर लें, तो हम सब के लिए जीतना आसान हो जाएगा।"