मुंबई, 23 मार्च; महाराष्ट्र विधान परिषद में गुरुवार को पतंजलि योग गुरु बाबा रामदेव को लेकर हंगामा मच गया। प्रदेश खाद्य व आपूर्ति मंत्री गिरीश बापट ने योग गुरु बाबा रामदेव को राष्ट्रपुरुष बताने पर विधान परिषद में जमकर बवाल मचा। बापट ने कहा कि बाबा रामदेव ने योग के क्षेत्र में देश का नाम ऊंचा किया है। वह अंतरराष्ट्रीय दर्जे पर एक महान व्यक्ति हैं। इस बात को लेकर विपक्ष काफी भड़क गया और एक-दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
विपक्ष ने उठाया था पतंजलि उत्पाद को सरकारी दुकानों पर बचने का मामला
सदन में कांग्रेस के सदस्य संजय दत्त ने सरकार से इस बात का जवाब मांगा कि सरकार के वेब पोर्टल 'आपले सरकार' सेवा केंद्र पर बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के उत्पाद क्यों बेचे जाते हैं। विपक्ष यह जानना चाहती है कि आखिर एक प्राइवेट कंपनी के प्रोडक्ट को सरकारी वेबसाइट पर क्यों बेचा जा रहा है। दत्त ने कहा कि सरकार रामदेव पर मेहरबान है। इससे पहले सरकार ने नागपुर के मिहान में फूड पार्क के लिए रामदेव को 600 करोड़ रुपए की जमीन बहुत ही सस्ते में देने का फैसला किया है।
बाबा रामदेव पर टीका-टिपण्णी करना उचित नहीं
संजय दत्त के इस सवाल का जवाब देते हुए गिरीश बापट ने रामदेव को राष्ट्रपुरुष बताते हुए कहा योग और स्वदेशी उत्पादनों को लेकर क्रांति लाने वाले बाबा रामदेव पर विपक्ष का इस प्रकार टीका-टिपण्णी करना उचित नहीं है। उन्होंने आगे कहा बाबा रामदेव ने जो योग के क्षेत्र में काम किया है उसपर पूरे देश को गर्व है।
विपक्ष ने बाबा रामदेव को 'ट्रेडर बाबा' कहा गिरीश बापट के राष्ट्रपुरुष वाले बयान ने विपक्ष आग बबूला हो गई थी। विपक्ष का कहना था कि रामदेव को राष्ट्रपुरुष बताना सच्चे राष्ट्रपुरुषों का अपमान है। विपक्ष ने बाबा रामदेव के लिए ट्रेडर बाबा का भी नारा लगाया। सदन में बढ़ते हंगामे को देखते हुए 40 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।