महाराष्ट्र में कक्षा एक से 8वीं तक की परीक्षा रद्द, इस बार बगैर एग्जाम के प्रोमोट होंगे छात्र
By विनीत कुमार | Updated: April 3, 2021 22:02 IST2021-04-03T17:03:33+5:302021-04-03T22:02:11+5:30
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। राज्य में लॉकडाउन की भी अटकलें जारी हैं। इस बीच सरकार ने कक्षा एक से आठवीं तक की परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया है।

महाराष्ट्र में कक्षा एक से 8वीं तक की परीक्षा रद्द (फाइल फोटो)
महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने घोषणा की है कि राज्य में कक्षा-1 से 8वीं तक की सभी परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया गया है। एक रिकॉर्डेड मैसेज में उन्होंने इस बात की भी घोषणी की कि पूरे राज्य में एक से 8वीं कक्षा तक के सभी छात्र-छात्राओं को इस बार बिना किसी परीक्षा के अगली कक्षा में भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण पैदा हुए हालात को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। साथ ही शिक्षा मंत्री ने कहा कि कक्षा नौवीं और 11वीं के छात्रों को प्रोमोट करने संबंधी फैसला भी जल्द ही लिया जाएगा। वर्षा गायकवाड़ ने शनिवार को एक वीडियो मैसेज जारी कर ये बड़ी घोषणा की। हालांकि, उन्होंने बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर कोई सूचना नहीं दी।
📢 Announcement: In view of the ongoing situation due to #Covid 19, all state board students across Maharashtra state from Class 1st to Class 8th will be promoted to the next class without any examinations. A decision regarding students of class 9th and 11th will soon be taken. pic.twitter.com/3eA5hvQUG5
— Varsha Gaikwad (@VarshaEGaikwad) April 3, 2021
बता दें कि महाराष्ट्र में इस बार बोर्ड परीक्षाएं (SSC, HSC Board Examinations 2021) घोषित कार्यक्रम के अनुसार 23 अप्रैल से शुरू होनी हैं। हालांकि राज्य में जिस तरह कोरोना की दूसरी लहर ने अपना असर दिखाया है, उसके बाद कई छात्र और माता-पिता परीक्षा के समय को लेकर अब सवाल उठा रहे हैं।
राज्य के शिक्षा विभाग ने हालांकि कहा है कि बोर्ड की परीक्षाओं को सुरक्षित तरीके से आयोजित कराने के लिए सभी जरूरी सावधानियां बरती जाएंगी। शिक्षा मंत्री गायकवाड़ ने इस संबंध में एक कमिटी भी बनाई है और शिक्षकों सहित बच्चों के माता-पिता से मीटिंग भी हो रही है।
इसका मकसद ऐसा रास्ता निकालने का है जिससे बेहतर तरीके से बोर्ड परीक्षाओं को आयोजित कराया जा सके।
हालांकि, महाराष्ट्र में रोजोना रिकॉर्ड संख्या में आ रहे कोरोना के मामलों से स्थिति गंभीर बनी हुई है। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को ही राज्य के लोगों को संबोधित करते हुए बताया था कि दिशानिर्देशों का पालन करना लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
साथ ही उद्धव ठाकरे ने ये भी चेतावनी दी थी कि हालात नहीं सुधरे तो भविष्य में लॉकडाउन की स्थिति बन सकती है। ऐसे में राज्य में अभी से लॉकडाउन की अटकलें लगाई जाने लगी हैं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शुक्रवार को ही कोरोना वायरस संक्रमण के 47,827 नए मामले दर्ज किये गये थे जो महामारी शुरू होने के बाद राज्य में किसी एक दिन का सर्वाधिक स्तर है। राज्य में अब तक कोरोना से 55 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।