महाराष्ट्र सरकार ने सावरकर जयंती को 'स्वतंत्र वीर गौरव दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की, राज्यभर में कार्यक्रमों का होगा आयोजन
By अनिल शर्मा | Published: April 11, 2023 03:42 PM2023-04-11T15:42:31+5:302023-04-11T16:05:22+5:30
सीएम शिंदे के कार्यालय ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा कि राज्य सरकार 28 मई को "वीर सावरकर के विचारों का प्रचार" करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
मुंबई: महाराष्ट्र में अब से हर साल 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती को 'स्वतंत्र वीर गौरव दिवस' के रूप में मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। उनके कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि महाराष्ट्र सरकार 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती को 'स्वतंत्र वीर गौरव दिवस' के रूप में मनाएगी।
यह घोषणा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की सावरकर गौरव यात्रा के बाद की गई है, जिसके दौरान पार्टी के नेता सावरकर के जीवन और कार्यों का गुणगान करने के लिए राज्य भर में रैलियां कर रहे हैं।
सीएम शिंदे के कार्यालय ने ट्वीट में कहा कि राज्य सरकार 28 मई को "वीर सावरकर के विचारों का प्रचार" करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
स्वातंत्र्यवीर सावरकर यांचा २८ मे हा जन्मदिवस राज्य शासनामार्फत 'स्वातंत्र्यवीर गौरव दिन’ म्हणून साजरा करण्यात येणार आहे,अशी घोषणा मुख्यमंत्री @mieknathshinde यांनी केली. यादिवशी स्वातंत्र्यवीर सावरकर यांच्या विचारांच्या प्रचार-प्रसारासाठी विविध कार्यक्रम आयोजित केले जाणार आहेत.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) April 11, 2023
सीएमओ ने कहा कि सावरकर की जयंती को 'स्वातंत्र्य वीर गौरव दिवस' के रूप में मनाने की मांग उद्योग मंत्री उदय सामंत ने हिंदुत्व विचारक के "प्रगतिशील विचारों", "साहस" और "योगदान" के बारे में युवाओं को शिक्षित करने के लिए उठाई थी।
वहीं पिछले महीने ही, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी लोकसभा सदस्यता गंवाने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि "मेरा नाम सावरकर नहीं है। मैं गांधी हूं। मैं माफी नहीं मांगूंगा"। राहुल गांधी के बयान के बाद महाराष्ट्र में उनकी सहयोगी पार्टी शिवसेना और एनसीपी ने नाराजगी जाहिर की थी। वहीं विरोधी पार्टियों ने भी उनकी आलोचना की।