महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि वह राज्यपाल को जाकर इस्तीफा सौपेंगे। इससे कुछ ही देर पहले उपमुख्यमंत्री पद से एनसीपी नेता अजित पवार के इस्तीफे के खबर आई थी।
देवेंद्र फड़नवीस ने प्रेस वार्ता में शिवसेना पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को जनता ने चुना था। प्रेस कांफ्रेंस में देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, ''शिवसेना ने हमें चुनाव से पहले बता दिया था कि जो भी उन्हें मुख्यमंत्री का पद देगा वह उसके साथ चली जाएगी।''
देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, ''चुनाव में महायुती को स्पष्ट बहुमत मिला था और बीजेपी को अधिकतम 105 सीटें मिली थीं। हमने शिवसेना के साथ चुनाव लड़ा लेकिन यह जनादेश बीजेपी के लिए था क्योंकि बीजेपी ने सभी सीटों का 70 फीसदी हिस्सा जीता था।
हमने लंबे समय तक शिवसेना का इंतजार किया लेकिन उन्होंने जवाब देने के बजाय कांग्रेस और एनसीपी से बात की। जो लोग कभी भी किसी से मिलने के लिए मातोश्री (ठाकरे आवास) के बाहर निकले थे वे एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के लिए एक दरवाजे से दूसरे पर जा रहे थे।''
उन्होंने कहा, ''राजभवन जाकर मैं इस्तीफा सौंपूंगा। जो भी सरकार बनाए उसके लिए मेरी शुभकामनाएं लेकिन धारणाओं में काफी अंतर के कारण यह एक अस्थिर सरकार होगी।
सत्ता की भूख अब ऐसी है कि शिवसेना के नेता अब सोनिया गांधी के साथ भी गठबंधन करने की इच्छा रख रहे हैं।
मुझे संदेह है कि यह तिपहिया सरकार स्थिर होगी लेकिन बीजेपी एक प्रभावी विपक्ष के रूप में काम करेगी और लोगों की आवाज उठाने की कोशिश करेगी।
हमने फैसला किया है कि हम कभी भी घोड़ा व्यापार में शामिल नहीं होंगे, हम कभी भी किसी विधायक को तोड़ने की कोशिश नहीं करेंगे। जो लोग कहते हैं कि हम घोड़ा व्यापार में शामिल हैं उन्होंने पूरा अस्तबल खरीद लिया है।''
देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, ''उन्होंने (अजित पवार) मुझे बता दिया था कि निजी कारणों के चलते इस्तीफा दिया।''