महाराष्ट्र: कांग्रेस के नाना पटोले ने एनसीपी के डगमगाने पर कहा, "हम भाजपा के खिलाफ शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी को बांधे रखने का प्रयास कर रहे हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 26, 2023 04:46 PM2023-04-26T16:46:01+5:302023-04-26T16:49:37+5:30
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पद से हटाये जाने और एनसीपी में फूट की खबरों पर कांग्रेस के नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस लगातार प्रयास कर रही है कि भाजपा विरोधी दलों को एक साथ बांधकर चला जाए और भाजपा द्वारा अघाड़ी गठबंधन में की जा रही तोड़फोड़ की कोशिश को नाकाम किया जा सके।
मुंबई: महाराष्ट्र में तेज होते सियासी घमासान और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पद से हटाये जाने की कथित चर्चा के बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने प्रमुख विपक्षी दलों की अगुवाई कर रही महाविकास अघाड़ी के विषय में बुधवार को कहा कि कांग्रेस लगातार प्रयास कर रही है कि भाजपा विरोधी दलों को एक साथ बांधकर चला जाए और भाजपा द्वारा अघाड़ी गठबंधन में की जा रही तोड़फोड़ की कोशिश को नाकाम किया जा सके।
कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने यह बयान एनसीपी नेता अजित पवार के हाल में 100 फीसदी मुख्यमंत्री बनने संबंधी बयान के परिपेक्ष्य में दिया और साफ किया कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी 2024 के लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव तक भाजपा के सामने पूरी ताकत के साथ खड़ी है और इसके लिए कांग्रेस के पास व्यापक कार्य योजना है।
नाना पटोले ने सूबे की मौजूदा राजनीतिक स्थिति के बीच पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि महाविकास अघाड़ी में शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी और कांग्रेस बरकरार हैं और भविष्य में इकट्ठा रहेंगे। एक मराठी समाचार चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा, "निश्चित ही कांग्रेस किसी कीमत पर भाजपा की साजिश को कामयाब नहीं होने देगी। इसमें कोई शक नहीं की वो सत्ता में बने रहने के लिए कुछ भी कर सकते हैं लेकिन हम न केवल शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी बल्कि उन सभी दलों को साथ लेने का प्रयास कर रहे हैं, जो भाजपा के खिलाफ हैं।"
कांग्रेस नेता ने अघाड़ी गठबंधन टूटने की स्थिति में और उसके बाद भविष्य के रणनीति के संभावित संभावनाओं पर खुलकर कहा, "कांग्रेस के पास व्यापक कार्य योजना तैयार है। हम किसी भी तरह भाजपा को सत्ता के लिए कुटिल साजिश करने की इजाजत नहीं देंगे। भाजपा के खिलाफ सभी विरोधियों को एक छतरी के नीचे लाना हमारी पहली प्रथमिकता है और हम उस दिशा में काम कर रहे हैं।"
जब कांग्रेस प्रमुख पटोले से पूछा गया कि क्या 2024 के चुनावों से पहले शरद पवार द्वारा की गई टिप्पणी से उन्हें अघाड़ी गठबंधन की एकता पर कोई खतरा नहीं नजर आ रहा है। उन्होंने कहा, "इस पहलू पर किसी भी तरह की चर्चा की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि न तो कई किसी चुनाव का निर्धारण हुआ है और न ही पवार साहेब ने ऐसी कोई मंशा व्यक्त की है कि वो अघाड़ी से अलग होना चाहते हैं, पवार साहेब और एनसीपी कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के साथ हैं।"
पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या अघाड़ी गठबंधन एनसीपी नेता अजीत पवार को मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करने के लिए तैयार है। नाना पटोले ने कहा, "मुख्यमंत्री बनने का हिसाब-किताब बेहद सरल है। मुख्यमंत्री उसी पार्टी से होता है जिसके पास सबसे अधिक विधायक होते हैं।"
शरद पवार द्वारा रविवार को दिये गये बयान , "एक साथ काम करने की इच्छा है। लेकिन केवल इच्छा हमेशा पर्याप्त नहीं होती है।" पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख ने कहा, "अभी मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि शरद पवार अघाड़ी गठबंधन के साथ हैं लेकिन अभी तक गठबंधन के बीच सीटों के आवंटन सहित कई अन्य मुदों पर बात होनी बाकी है और चूंकि अभी तक इस पर चर्चा नहीं हुई है, तो इस कारण मैं अभी कोई बयान नहीं दे सकता हूं।"
मालूम हो कि इस वक्त महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में अटकलों बाजार बेहद गर्म है कि एसीपी नेता अजित पवार सत्तारूढ़ भाजपा के साथ हाथ मिलाने के लिए चाचा शरद पवार की पार्टी एनसीपी को तोड़ सकते हैं, हालांकि इन बातों पर अजित पवार ने स्पष्टिकरण देते हुए कहा कि वह जब तक जिंदा रहेंगे, एनसीपी के साथ रहेंगे। लेकिन इस बयान के पहले अजित पवार ने यह भी कहा था कि वह "100 फीसदी मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।