लाइव न्यूज़ :

महाराष्ट्र : मंदिरों को फिर से खोलने की मांग को लेकर भाजपा का प्रदर्शन

By भाषा | Updated: August 30, 2021 18:22 IST

Open in App

महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी नेतृत्व वाली सरकार के मंदिरों को खोलने की अनुमति नहीं देने के विरोध में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राज्य के कई शहरों में प्रदर्शन किया। कोविड-19 प्रतिबंध के कारण मंदिर बंद हैं। कई जगहों पर धरने प्रदर्शन के दौरान सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया गया। भाजपा के आध्यात्मिक आघाड़ी द्वारा पुणे, मुंबई, नासिक, नागपुर, पंढरपुर, औरंगाबाद और अन्य स्थानों पर प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने घंटी और शंख बजाया। पुणे और औरंगाबाद में, भाजपा कार्यकर्ताओं ने बंद मंदिरों में जबरन घुसने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुणे शहर में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने राज्य सरकार द्वारा शराब और अन्य दुकानों को संचालन की अनुमति देने लेकिन मंदिरों और अन्य पूजा स्थलों को खोलने की इजाजत नहीं देने पर सवाल उठाया। पाटिल ने सवाल किया, ‘‘क्या महामारी की संभावित तीसरी लहर का डर शराब की दुकानों और अन्य दुकानों पर लागू नहीं होता है? क्या कोरोना वायरस उनसे (सरकार) बात करता है और कहता है कि वह तभी हमला करेगा जब मंदिर फिर से खुलेंगे।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल शिवसेना ‘‘अपने सहयोगियों- कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को खुश करने’’ के लिए मंदिरों को फिर से खोलने की अनुमति नहीं दे रही है। मुंबई में, पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने प्रसिद्ध बाबुलनाथ मंदिर के पास प्रदर्शन का नेतृत्व किया। हालांकि, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मंदिर के पास जाने से रोक दिया। मुनगंटीवार ने संवाददाताओं से कहा कि महाराष्ट्र को छोड़ देश के बाकी हिस्सों में मंदिर खुले हैं। आगामी त्योहारों के मद्देनजर सार्वजनिक समारोहों से बचने के लिए राज्यों को केंद्र के दिशा-निर्देश के बारे में पूछे जाने पर मुनगंटीवार ने सवाल किया, ‘‘क्या केंद्र ने शराब की दुकानों को खोलने और मंदिरों को बंद करने के लिए कहा था? क्या राज्य सरकार ने शिवसेना के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की, जिन्होंने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया? पूरी तरह से टीकाकरण वाले लोगों को लोकल ट्रेनों में सफर की अनुमति दी गयी है। वही मानदंड लागू क्यों नहीं किया जा सकता और मंदिर फिर से क्यों नहीं खोले गए? मुंबई से सटे ठाणे और पालघर जिलों में भी विरोध प्रदर्शन हुए, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने शंख और घंटियां बजाईं। मंदिरों को फिर से खोलने की मांग को लेकर तख्तियां और बैनर लिए प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न स्थानों पर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस बीच, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को दही हांडी कार्यक्रम की अनुमति नहीं देने के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ ठाणे में प्रदर्शन किया। हालांकि, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रवक्ता सचिन सावंत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ‘‘भक्तों के जीवन के साथ खेल रही है और केंद्र सरकार के निर्देशों की परवाह नहीं करती है।’’ सावंत ने दावा किया, ‘‘लोगों को सतर्क रहना चाहिए और भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं से दूर रहना चाहिए क्योंकि वे कोरोना वायरस के वाहक हो सकते हैं। चंद्रकांत पाटिल और अन्य ने मास्क नहीं पहना था।’’ चंद्रकांत पाटिल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ‘‘अपने उन सहयोगियों को खुश करने के लिए मंदिरों को फिर से खोलने की अनुमति नहीं दे रहे है, जो भगवान में विश्वास नहीं करते हैं और अल्पसंख्यकों से वोट प्राप्त करना चाहते हैं।’’ पाटिल ने कहा, ‘‘अगर मंदिरों को दोबारा नहीं खोला गया तो लोग अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पाएंगे और देवताओं का आशीर्वाद लेने के लिए मंदिरों के ताले तोड़ देंगे। हम केवल हिंदुओं के लिए प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, हमारा प्रदर्शन सभी धर्मों के लोगों के लिए है।’’ पुणे के महापौर मुरलीधर मोहोल ने आश्चर्य जताया कि जब सरकार द्वारा होटल, सार्वजनिक परिवहन, मॉल आदि को संचालित करने की अनुमति दी जाती है तो मंदिरों को फिर से खोलने की अनुमति क्यों नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा, ‘‘हजारों लोगों की आजीविका मंदिरों पर निर्भर है लेकिन कोविड-19 स्थिति को संभालने में विफल राज्य सरकार लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है और यही कारण है कि मंदिरों को फिर से खोलने की मांग के लिए भाजपा राज्य में आंदोलन कर रही है।’’ सोलापुर जिले के पंढरपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। सोलापुर (ग्रामीण पुलिस) के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल जेडे ने यह जानकारी दी। पूर्वी महाराष्ट्र के नागपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘‘शंखनाद’’ प्रदर्शन के तहत विभिन्न मंदिरों में शंख बजाया और राज्य सरकार से अगले सात दिनों में मंदिरों को फिर से खोलने की अपील की, और कहा कि ऐसा नहीं करने पर वे मंदिरों को फिर से खोल देंगे। भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने नागपुर के प्रसिद्ध कोराडी मंदिर में प्रदर्शन में भाग लिया। उन्होंने कहा, ‘‘मंदिरों को फिर से खोलने की मांग महाराष्ट्र के 12 करोड़ लोगों की है। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भी कहा है कि वह इसके लिए प्रदर्शन में शामिल होंगे। महाराष्ट्र को छोड़कर पूरे भारत में मंदिर खुले हैं। यदि राज्य सरकार अगले सात दिनों के भीतर मंदिरों को फिर से खोलने में विफल रहती है, तो भाजपा उन्हें फिर से खोल देगी।’’ भाजपा प्रवक्ता चंदन गोस्वामी ने कहा कि विदर्भ क्षेत्र के 150 से अधिक मंदिरों में ‘‘शंखनाद’’ विरोध प्रदर्शन किया गया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतIndiGo Flight: कुवैत से हैदराबाद जा रहे विमान को मुंबई किया गया डायवर्ट, 'ह्यूमन बम' की धमकी के बाद एक्शन

भारतMaharashtra Local Body Elections: महाराष्ट्र निकाय चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, भाजपा और शिवसेना के बीच मुकाबला

भारतसिंधुदुर्ग स्थानीय निकाय चुनावः संदेश पारकर के लिए प्रचार क्यों कर रहे हैं?, भाजपा नेता नितेश राणे ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को घेरते हुए पूछे सवाल?

कारोबारLPG Prices December 1: राहत की खबर, रसोई गैस की कीमतों में बड़ा बदलाव, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, पटना और चेन्नई में घटे दाम, चेक करें

बॉलीवुड चुस्कीMalaika Arora: सफलता की राह पर कई उतार-चढ़ाव, लेखिका के रूप में शुरुआत करने को तैयार मलाइका अरोड़ा

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई