महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी खींचतान के बीच रविवार (10 नवंबर) को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि हम सरकार नहीं बनाएंगे। उन्होंने राज्यपाल से कहा 'हमारे पास नंबर नहीं, हम नहीं बना सकते सरकार।'
उन्होंने कहा 'महाराष्ट्र चुनावों में सहयोगी शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया है। इसके साथ ही पाटिल ने कहा 'अगर शिवसेना कांग्रेस और राकांपा के समर्थन से महाराष्ट्र में सरकार बनाना चाहती है तो उसे शुभकामनाएं।'
मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच खींचतान जारी है। शिवसेना इस पद के लिए 50:50 का फार्मूला चाहती है, लेकिन भाजपा इस पर तैयार नहीं है।
बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं लेकिन दोनों पार्टियों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है। 13वीं विधानसभा का कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो गया। शुक्रवार को फड़नवीस द्वारा इस्तीफा देने के बाद राज्यपाल ने उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा था।
दोनों पार्टियों के बीच इस वर्ष पहले हुए लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद को लेकर हुई चर्चा को लेकर खींचतान जारी है। फड़नवीस का जहां दावा है कि बीजेपी ने कभी भी अपने सहयोगी दल को मुख्यमंत्री पद का वादा नहीं किया था, वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि सभी पदों को बराबर साझा करने का भरोसा दिया गया था और भाजपा को उन्हें झूठा साबित करने का प्रयास नहीं करना चाहिए। शिवसेना ने 56 विधायकों में से अधिकतर को उपनगरीय मलाड स्थित एक होटल भेज दिया है।
शिवसेना ने ऐसा उन्हें कथित खरीद फरोख्त से बचाने के लिए किया है। इसके अलावा महाराष्ट्र से कांग्रेस के सभी 44 विधायक पार्टी के शासन वाले राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक रिजॉर्ट में हैं। कांग्रेस और उसकी सहयोगी रांकापा दोनों ने शनिवार को कहा कि राज्यपाल को भाजपा से सरकार बनाने की अपनी इच्छा बताने के लिए बहुत पहले कहना चाहिए था।
राकांपा ने यह भी कहा कि यदि सदन में शक्ति परीक्षण हुआ तो वह बीजेपी के खिलाफ मतदान करेगी। राकांपा के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि यदि शिवसेना ने भी भाजपा के खिलाफ वोट किया तो वह एक ‘‘विकल्प’’ के बारे में सोच सकती है।