Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) नेता अनिल देशमुख ने शनिवार को दावा किया कि मुंबई पुलिस के बर्खास्त अधिकारी सचिन वाझे द्वारा उनके खिलाफ रिश्वत लेने का हालिया आरोप लगाया जाना उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की एक ‘नई चाल’ है। वाझे ‘एंटीलिया’ बम कांड और ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरन की हत्या के मामले में आरोपी है। वाझे वर्तमान में नवी मुंबई के तलोजा केंद्रीय कारागार में बंद है। खबरों के मुताबिक, वाझे ने देशमुख के खिलाफ रिश्वत लेने के अपने आरोप को दोहराया है।
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने गृह मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान पुलिस अधिकारियों से शहर के बार और रेस्टोरेंट से हर माह 100 करोड़ रुपये वसूलने को कहा था। आरोपों के मद्देनजर देशमुख ने 2021 में गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
वाझे ने पूर्व में एक जांच आयोग को बताया था कि उसने देशमुख के निर्देश पर उनके सहयोगियों को रकम दी थी। वाझे द्वारा आरोपों को दोहराने पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिल देशमुख ने कहा, ‘‘सचिन वाझे के आरोप देवेंद्र फड़नवीस की नयी चाल है क्योंकि कुछ दिन पहले, मैंने फड़नवीस पर आरोप लगाया था कि कैसे उन्होंने तीन साल पहले मुझे उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे को फंसाने के लिए दबाव बनाया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फड़नवीस शायद नहीं जानते कि बंबई उच्च न्यायालय ने सचिन वाझे के बारे में कहा है कि उसका आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
उसे हत्या के दो मामलों में गिरफ्तार किया गया था और वह ऐसा शख्स नहीं है जिस पर भरोसा किया जा सके।’’ देशमुख ने आरोप लगाया कि फडणवीस ने उन्हें फंसाने के लिए आपराधिक रिकॉर्ड वाले व्यक्ति का इस्तेमाल किया। देशमुख ने हाल में दावा किया था कि फड़नवीस जब नेता प्रतिपक्ष थे तो उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे और पूर्ववर्ती महा विकास आघाड़ी सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे अजित पवार के खिलाफ हलफनामे पर हस्ताक्षर करने के लिए उन पर दबाव बनाने की कोशिश की थी।
फड़नवीस ने आरोपों से इनकार किया और देशमुख के कई ऑडियो-विजुअल क्लिप जारी करने की धमकी दी, जिस पर देशमुख ने पलटवार करते हुए दावा किया कि उनके पास वरिष्ठ भाजपा नेता के खिलाफ गंभीर आरोपों वाली एक पेन ड्राइव है।