महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही मैदान में ताल ठोंकने के लिए अपनी-अपनी चहेती पार्टियों से टिकट पाने के लिए जुटे इच्छुक उम्मीदवारों की कतार में राज्य के मौजूदा और पूर्व अधिकारी व सरकारी कर्मचारी में तैयारी में हैं. कांग्रेस-राकांपा की आघाड़ी और भाजपा-शिवसेना की युति के बीच सीटों का बंटवारा होते ही ये अधिकारी अपनी नौकरियों से इस्तीफा देने के लिए भी तैयार हैं.
इस फहेरिस्त में और भी कई अधिकारियों के नाम जुड़ सकते हैं. जलगांव जिले के अमलनेर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर सेवानिवृत्त सहायक पुलिस आयुक्त साहबराव पाटिल चुनाव मैदान में ताल ठोंकने के इच्छुक हैं.
गोंदिया जिले के मौजूदा व पूर्व अफसर
गोंदिया जिले के मौजूदा और पूर्व कुल पांच अधिकारी राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. अजुर्नी मोरगांव विधानसभा से सेवानिवृत्त कृषि अधीक्षक मनोहर चंद्रिकापुरे (राकांपा), शिक्षक जगदीश जगणीत (भाजपा), सेवानिवृत्त मत्स्य अधिकारी मोतीलाल वालदे (भाजपा), सेवानिवृत्त उपविभागीय अभियंता व्यंकट चौधरी (भाजपा) तथा सेवानिवृत्त अभियंता आनंदराव जांभुलकर कांग्रेस के टिकट पर मैदान में ताल ठोंकने तैयार हैं.
आमगाव-देवरी विधानसभा क्षेत्र से सेवानिवृत्त सहायक आयुक्त डॉ. नामदेव किरसान (कांग्रेस) तथा सेवानिवृत्त उप शिक्षाधिकारी सुभाष रामरामे (निर्दलीय) ने चुनाव लड़ने की तैयारी कर रखी है.
यवतमाल जिला में सबसे ज्यादा
यवतमाल जिले में सबसे ज्यादा मौजूदा और पूर्व अधिकारी व सरकारी कर्मचारी चुनाव लड़ने की फिराक में हैं और सभी ने अपना जनसंपर्क अभियान बढ़ा दिया है. रालेगांव विधानसभा क्षेत्र से दुग्ध विकास आयुक्त, मुंबई नरेंद्र पोयाम कांग्रेस से टिकट चाहते हैं. अगर यहां से निराशा हाथ लगी, तो भाजपा की टिकट पर आर्णी से लड़ने के लिए तैयार हैं. आर्णी से सेवानिवृत्त पुलिस उप अधीक्षक दत्ता मडावी (भाजपा), महाराष्ट्र राज्य विद्युत पारेषण कंपनी चंद्रपुर के मुख्य अभियंता मनोहर मेश्रम (कांग्रेस), ठाणो जिले के चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीलेश परचाके (कांग्रेस), सेवानिवृत्त अभियंता डॉ. प्रमोद धुव्रे (भाजपा), सेवानिवृत्त शिक्षक भाऊराव मरापे (कांग्रेस) भी चुनाव में भाग्य आजमाना चाहते हैं.
रालेगांव विधानसभा क्षेत्र से वंचित बुहजन आघाड़ी के टिकट पर सेवानिवृत्त सहायक फौजदार गुलाब पंधरे, यवतमाल विधानसभा क्षेत्र से सेवानिवृत्त दुग्ध उपायुक्त पी.बी. आड़े (भाजपा), रालेगांव से ही शिक्षक मनोहर मेश्रम (कांग्रेस) तथा उमरखेड़ विधानसभा क्षेत्र से चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप गायवकवाड़ा (कांग्रेस) में फिल्डिंग लगा रहे हैं. एन्काउंटर फेम प्रदीप शर्मा भी कतार में मुंबई पुलिस बल के एन्काउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर पहचान बनाने वाले पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा नालासोपारा या अंधेरी से शिवसेना का टिकट चाहते हैं.
हालांकि अब तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है. ठाणो शहर विधानसभा क्षेत्र से सेवानिवृत्त पुलिस निरीक्षक रवींद्र आंग्रे तथा सेवानिवृत्त पुलिस निरीक्षक रवींद्र तायड़े मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र के लिए शिवसेना की ओर नजरें गढ़ाए हैं. शाहपुर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित विधानसभा क्षेत्र से खाड़े ज्युनियर कॉलेज के प्राध्यपक विजय शिंदे, ग.वि. खाड़े माध्यमिक विद्यालय के टीजर ज्ञानेश्वर तलपड़े, सेवानिवृत्त एसटी महामंडल के अधिकारी चंद्रकांत जाधव तीनों शिवसेना का टिकट पाने के लिए जोर आजमाइश में लगे हैं. कोंकण के पूर्व आयुक्त विजय नाहटा को बेलापुर से शिवसेना का टिकट चाहिए. 2014 में उन्होंने शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़ा भी था लेकिन नजदीकी अंतर से पराजय हाथ लगी थी.
गडकरी के निजी सहायक भी मैदान में
वर्धा जिले के आर्वी विधानसभा क्षेत्र से सेवानिवृत्त उप जिलाधिकारी तथा केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के निजी सहायक सुधीर दिवे ने अपने लिए गणित बैठाना शुरू कर दिया है. बीते गुरुवार को हुई भाजपा के इच्छुक उम्मीदवारों के साक्षात्कार में दिवे भी पहुंचे थे और उन्होंने आर्णी के लिए दावा ठोंका है.
आईएएस अधिकारी रहे नागपुर के किशोर गजभिये ने बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर रामटेक से किस्मत आजमाई थी. अब वे यहीं की विधानसभा क्षेत्र से एकबार फिर मैदान में उतरने के इच्छुक हैं और कांग्रेस का टिकट चाहते हैं. इसी सूची में आईएएस अधिकारी धनंजय धार्मिक भी आते हैं. पूर्व पुलिस महानिरीक्षक प्रबीर कुमार चक्रवर्ती विदर्भ राज्य निर्माण महामंच से चुनाव मैदान में ताल ठोंक सकते हैं.
भंडारा जिले के अधिकारी जुटे प्रचार में
विक्रीकर उपायुक्त पद से वीआरएस ले चुके प्रकाश बालबुद्धे ने बीते एक वर्ष से साकोली विधानसभा क्षेत्र में अपना जनसंपर्क अभियान बढ़ा दिया है. इसके तहत वे कई कार्यक्रमों का आयोजन भी कर चुके हैं. उनकी पसंद भाजपा है. वहीं जिलाधिकारी रहते सेवानिवृत्त हुए सदानंद कोचे ने भंडारा विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान बढ़ा दिया है. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट से वे निर्दलीय के तौर पर चुनावी मैदान में कूदेंगे.
गढ़चिरोली विधानसभा क्षेत्र से गोंडवाना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डॉ. विनायक इरपाते (भाजपा) व पूर्व समाजकल्याण सहायक आयुक्त मंसाराम आत्रम (भाजपा), आरमोरी से पूर्व विस्तार अधिकारी वामनराव सावकाकड़े (कांग्रेस), नगरपालिका प्रशासन मुख्याधिकारी व उपायुक्त माधुरी मडावी तथा सेवानिवृत्त उप अभियंता शरद सोनकुसरे के बीच राकांपा की टिकट के लिए रस्साकसी है. अकोला जिले में पूर्व उप जिलाधिकारी अशोकराव अमानकर ने अकोट विधानसभा क्षेत्र से लड़ने के लिए कमर कस ली है. मेलघाट से उपायुक्त रमेश मावसकर चुनावी मैदान में उतरना चाहते हैं.
चुनाव मैदान में उतरने के लिए तीन ने लोगों ने दिए इस्तीफे
1 - नासिक जिले में अपर राजस्व आयुक्त टी. के. बागुल ने दिंडोरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से बहुजन वंचित आघाड़ी की तरफ से अपनी तैयारी शुरू कर दी है. देवलाली निर्वाचन क्षेत्र से तहसीलदार डॉ. राजश्री अहिरराव का नाम लिया जा रहा है.2 - पूर्व केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष भामरे के चचेरे भाई दिलीप भामरे भी विधानसभा चुनाव लड़ने के मूड में हैं. उन्होंने लोक निर्माण विभाग के उपविभागीय अभियंता पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. वहीं कलवण-सुरगाणा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की तरफ से एन. डी. गावित ने चुनाव में उतरने की अपनी तैयारी शुरू कर दी है.गावित नासिक जिला परिषद में ग्रामसेवक के रूप में कार्यरत थे.3 - दिंडोरी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरने के लिए नासिक की भाजपा से महापौर रंजना भानसी के भ्राता दिलीप राऊत ने भी लोक निर्माण विभाग के अभियंता पद से इस्तीफा देकर शिवसेना में प्रवेश किया है. नांदगांव निर्वाचन क्षेत्र से सहकार व विपणन विभाग के सहआयुक्त बाजीराव शिंदे का नाम भी चर्चा में है.
पैठण से कांचन चाटे इच्छुकसेवानिवृत्त पुलिस उपअधीक्षक डॉ. कांचन चाटे पैठण विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरने की इच्छुक है. वह सेवानिवृत्त होने के बाद से भाजपा में सक्रिय दिखाई दी हैं. मुंबई से सेवानिवृत्त हुए जिला न्यायाधीश बी. टी. कांबले औरंगाबाद पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से शिवसेना उम्मीदवार के रूप में उतरने के इच्छुक हैं.जबकि म्हारोला तालुका पैठण से पूर्व न्यायाधीश त्र्यंबक जाधव शेतकरी संगठन की तरफ से चुनावी समर में उतरनेवाले हैं. पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ. पंडित किल्लारीकर ( कांबले) ने भी वंचित बहुजन आघाड़ी से उम्मीदवारी मांगी है.वहीं कन्नड़ से सेवानिवृत्त चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस. जे. जाधव ‘वंचित’ आघाड़ी से उम्मीदवारी पाने के इच्छुक हैं।
श्रीरामपुर आरक्षित से कानड़े और जाधव भी इच्छुक
अहमदनगर जिले के श्रीरामपुर आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से सेवानिवृत्त उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी लहू कानडे और सेवानिवृत्त शिक्षण उपसंचालक रामचंद्र जाधव चुनाव मैदान में उतरने के इच्छुक हैं.लेकिन दोनों किस पार्टी से चुनावी समर में उतरेंगे इसकी घोषणा दोनों ने अब तक नहीं की है.
पूर्व राजस्व आयुक्त भी तैयारी में जुटे
सातारा जिले के माण-खटाव निर्वाचन क्षेत्र से सेवानिवृत्त राजस्व आयुक्त प्रभाकर देशमुख राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में हैं.विगत चार वर्षो से विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से उन्होंने जनसंपर्क बढ़ाया हुआ है.
नांदेड़ जिले में कई को है टिकट की आस
- पूर्व आईएएस अधिकारी श्यामसुंदर शिंदे ने लोहा सीट से भाजपा का टिकट मांगा है, जबकि हिंगोली नगरपालिका के मुख्याधिकारी रामदास पाटिल का नाम भाजपा की ओर से मुखेड़ सीट के लिए चर्चा में है. सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी एकनाथ मोरे लोहा सीट से कांग्रेस का टिकट पाने का प्रयास कर रहे हैं. - किनवट विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से सेवानिवृत्त उपविभागीय पुलिस अधिकारी यादवराव जाधव और राज्य उत्पादन शुल्क विभाग से वीआरएस लेने वाले उपायुक्त धरमसिंह राठौड़ भाजपा के टिकट की आस लगाए हुए हैं. इसी सीट से मुंबई मनपा से हाल ही में वीआरएस लेने वाले मोहन फत्तुसिंह राठौड़ वंचित बहुजन आघाड़ी का टिकट पाने की कोशिश में जुटे हैं. - हदगाव सीट पर समृद्धि महामार्ग के संचालक राधेश्याम मोपलवार के साथ ही सेवानिवृत्त पुलिस उपविभागीय अधिकारी दत्तात्रय वालके भी वंचित बहुजन आघाड़ी की ओर से उम्मीदवारी पाने का प्रयास कर रहे हैं. वंचित बहुजन आघाड़ी के कई कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य अधिकारी डॉ़ बलिराम भुरके को यहां से टिकट दिए जाने का पार्टी आलाकमान को आग्रह किया है. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित देगलूर सीट पर भी कई लोगों की नजरें हैं. पूर्व वन परिक्षेत्र अधिकारी विश्वंभर वरवंटकर और सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी भी़ ना़ गायकवाड़ के साथ ही प्रा़ कविता सोनकांबले भी यहां से कांग्रेस का टिकट पाने की इच्छुक हैं. भाजपा अथवा सहयोगी दल राष्ट्रीय समाज पार्टी की ओर से मधु गिरगांवकर ने टिकट की मांग की है. गिरगांवकर फिलहाल राज्यमंत्री सदाभाऊ खोत के निजी सहायक हैं. परभणी जिले की जिंतूर सीट से उद्योग मंत्रलय के अधिकारी मनोहर वाकले को वंचित बहुजन आघाड़ी से, जबकि सेवानिवृत्त विशेष पुलिस महानिरीक्षक माधवराव सानप को भाजपा से टिकट की आस है.