Mahakumbh Stampede: भगदड़ के बाद ज्यादा अधिकारियों की तैनाती, सीएम योगी ने की 3 सदस्यीय कमेटी से न्यायिक जांच की घोषणा; नए निर्देश किए जारी
By अंजली चौहान | Updated: January 30, 2025 07:16 IST2025-01-30T07:14:57+5:302025-01-30T07:16:57+5:30
Mahakumbh Stampede: पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) वैभव कृष्ण ने शाम को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई है और 60 अन्य घायल हो गए हैं।

Mahakumbh Stampede: भगदड़ के बाद ज्यादा अधिकारियों की तैनाती, सीएम योगी ने की 3 सदस्यीय कमेटी से न्यायिक जांच की घोषणा; नए निर्देश किए जारी
Mahakumbh Stampede:प्रयागराज के महाकुंभ मेले में भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भीड़ प्रबंधन, यातायात प्रवाह, श्रद्धालुओं की भीड़ को रोकने और विभागों के बीच समन्वय को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
आधिकारिक बयान के अनुसार, उन्होंने कुंभ 2019 के दौरान प्रयागराज के संभागीय आयुक्त के रूप में कार्य करने वाले आशीष गोयल और एडीए के पूर्व उपाध्यक्ष भानु गोस्वामी को व्यवस्थाओं को और मजबूत करने के लिए तैनात करने का आदेश दिया है। आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को आज महाकुंभ मेले की व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा करने को भी कहा है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने इस घटना की जांच के आदेश दिए थे। यूपी सीएम ने भगदड़ की न्यायिक जांच की घोषणा की, जिसमें 30 लोगों की जान चली गई। संगम क्षेत्र में भोर से पहले भगदड़ तब हुई, जब लाखों तीर्थयात्री मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र स्नान करने के लिए जगह पाने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे थे, जिसे मेले के दौरान सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, "घटना हृदय विदारक है। हम उन सभी परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। हम कल रात से ही प्रशासन के लगातार संपर्क में हैं। मेला प्राधिकरण, पुलिस, प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य सभी व्यवस्थाएं जो की जा सकती थीं, वहां तैनात कर दी गई हैं।"
"Heart wrenching incident...": CM Yogi offers condolences to families of deceased, announces Rs 25 lakh assistance for kins
— ANI Digital (@ani_digital) January 29, 2025
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उन्होंने कहा, "सरकार ने निर्णय लिया है कि घटना की न्यायिक जांच कराई जाएगी। इसके लिए हमने न्यायमूर्ति हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस डीके सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है। हम पूरे दिन मुख्यमंत्री के कंट्रोल रूम, मुख्य सचिव के कंट्रोल रूम और डीजीपी के कंट्रोल रूम से पूरी घटना पर नजर रखे हुए हैं।"
मौनी अमावस्या के दिन हादसा देर रात करीब दो बजे हुआ। जब सब कुछ योजना के अनुसार चल रहा था, लेकिन संगम तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और पवित्र स्नान करने वालों के लिए बाहर निकलने के लिए जगह ही नहीं बची। भगदड़ उस समय हुई जब धार्मिक उत्साह अपने चरम पर था और संगम तट पर अभूतपूर्व भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे मेला प्रशासन के लिए स्थिति संभालना मुश्किल हो गया। घायलों और मृतकों को महाकुंभ नगर स्थित केंद्रीय अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस भेजी गईं।
बता दें कि 13 जनवरी से महाकुंभ मेले की शुरुआत हुई है जो कि 26 फरवरी तक चलेगा।