उज्जैन, 05 अगस्तः उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भस्म आरती के पास ब्लैक करने का मामला सामने आया है। पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने रविवार की सुबह तड़के कार्रवाई करते हुए भस्म आरती के पास ब्लैक करते हुये 5 लोगों को पकड़ा है।
कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष मनीष सिंह की तमाम कोशिशों के बावजूद भी विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में रोजाना सुबह होनी वाली भस्म आरती के पास ब्लैक होना बंद नहीं हो रहे हैं। दरअसल, रविवार की सुबह तड़के भस्म आरती दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की आईडी कार्ड चेक करने के दौरान 4 लोगों के पास पर 8 लोगों को अंदर जाते देख वहां तैनात पुलिस कर्मी ने सभी की आईडी की जांच की तो चार लोग फर्जी पाए गए।
इस पर उसने उन लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि उन्होंने तीन नम्बर दुकान से भस्म आरती खरीदना बताया। इस पर उसने पुलिस और ड्यूटी पर तैनात एसडीएम को जानकारी दी तो उन्होंने तीन नबर दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी को पकड़ा और उसने खबर ली तो पता चला दुकान संचालक मयंक अग्रवाल मंदिर के कुछ पुरोहितों के साथ निशुल्क मिलने वाले भस्म आरती के पास ब्लैक करता था। दूसरी घटना एसडीएम अनिल बनबारिया और डिप्टी कलेक्टर प्रदीप सोनी के साथ हुई।
दरअसल, दोंनो मंदिर के बाहर खड़े थे तभी उनके पास पहुंचे युवक ने उनसे ही कहने लगा कि अगर उन्हें दर्शन करना है तो वो करा देगा, हालांकि इसके लिए पर व्यक्ति 800 रुपये लगेंगे। इस एसडीएम ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
एसडीएम के मुताबिक, युवक मंदिर से जुड़े पुजारियों और पुरोहितों के साथ मिलकर भस्म आरती पास बेचने और पैसे लेकर दर्शन कराने का रैकेट चला रहा था। अभी पंडित कौशल व्यास, पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी, प्रमलेश व्यास पिता विनोद व्यास, मयंक अग्रवाल आदि हैं। सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।(उज्जैन से ब्रिजेश परमार की रिपोर्ट)