महादयी जल विवाद: सावंत ने कर्नाटक के साथ अदालत से बाहर कोई समझौता करने से इनकार किया
By भाषा | Published: September 12, 2019 02:18 PM2019-09-12T14:18:11+5:302019-09-12T14:18:11+5:30
कर्नाटक से निकलने वाले मांडवी या महादयी नदी के पाने के बंटवारे को लेकर गोवा के साथ विवाद चल रहा है। गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने इस मुद्दे को लेकर अदालत के बाहर कर्नाटक के साथ किसी तरह का समझौता करने से इनकार कर दिया है।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने गुरुवार को महादयी जल विवाद मुद्दे पर कर्नाटक के साथ किसी भी तरह की बातचीत या अदालत से बाहर कोई समझौता करने से इनकार कर दिया। कर्नाटक और गोवा के बीच महादयी नदी के जल के बंटवारे को लेकर लंबे अर्से से विवाद चल रहा है। इस नदी को गोवा में मांडवी नदी के नाम से जाना जाता है। नदी का उद्गम कर्नाटक के बेलगावी से हुआ है।
सावंत ने कहा कि गोवा सरकार अपने रुख पर अडिग है कि कर्नाटक को महादयी नदी के पानी को मोड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘अदालत से बाहर किसी समझौते या बातचीत का कोई मुद्दा ही नहीं है।’’
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को कहा था कि कर्नाटक और गोवा के मुख्यमंत्रियों को पानी के विवाद को सुलझाने के लिए आपस में बातचीत करनी चाहिए। हालांकि, बाद में गोवा में कांग्रेस ने इस मुद्दे पर कर्नाटक के साथ किसी भी तरह के समझौते का विरोध किया।
गोवा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष दिगंबर कामत ने सोमवार को कहा था कि महादयी जल विवाद न्यायाधिकरण ने पहले ही इस मुद्दे पर अपना आदेश दे दिया है, इसमें किसी बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं है।
न्यायाधिकरण ने पिछले साल इस मुद्दे पर अपना आदेश दिया था जिसके बाद दोनों राज्यों ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की थी।
उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल कर्नाटक को नहर के निर्माण पर काम रोकने का आदेश दिया था। इस निर्माण का मकसद महादयी नदी की एक सहायक नदी से पानी की धारा को मोड़ना था।