Madhya Pradesh:एमपी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के क्या मायने ? MP में न्याय यात्रा करेगी करिश्मा या विधानसभा चुनाव जैसा होगा हाल !
By आकाश सेन | Published: January 5, 2024 09:21 PM2024-01-05T21:21:15+5:302024-01-05T21:31:19+5:30
भोपाल: राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू होगी और 22 मार्च को मुंबई में खत्म होगी। गुरुवार को यात्रा का नया रोडमैप तैयार किया गया है इस रूट में मप्र की सात लोकसभा सीटें आएंगी। मप्र कांग्रेस यात्रा की तैयारियों में जुट गई है। मप्र में राहुल गांधी के साथ चलने वाले यात्रियों की सूची पीसीसी के द्वारा तैयार की जाएगी।
भोपाल:लोकसभा चुनाव 2024 के रण में उतरने के पहले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी एक बार फिर भारत जोड़ों न्याय यात्रा के जरिये कांग्रेस के लिए संजीवनी लाने की तैयारी में है । खास तौर पर उन राज्यों पर राहुल गांधी का फोकस है । जिन राज्यों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला रहने वाला ।जिसमें हिन्दी बेल्ट के राज्य एमपी छत्तीसगढ़ और राजस्थान शामिल है ।सीटों के लिहाज से देखे तो एमपी की 29, छत्तीसगढ़ की 11 और राजस्थान की 25 सीटों राहुल की नजर है ।मध्यप्रदेश के लिहाज से यात्रा इसलिये भी अहम है क्योकिं यहां राहुल सात के फॉर्मूले के सहारे सात लोकसभा सीटों को कवर करेंगे ।खास तौर पर ग्वालियर चंबल और इंदौर मालवा पर राहुल की नजर है ।क्योकिं यहां पर कांग्रेस 2018 के विधानसभा चुनाव में जीती थी ।
एमपी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के मायने
राहुल गांधी की भारत जो़ड़ो न्याय यात्रा 2.0
हिन्दी भाषी राज्यों पर राहुल की नजर
3 राज्यों में से सबसे ज्यादा सीटें 29 एमपी में
2019 में कांग्रेस को मिली थी सिर्फ एक सीट
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से जीते थे कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ
2014 के चुनाव में कांग्रेस को मिली थी 2 सीटें
गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया और छिंदवाड़ा से कमलनाथ
अब ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में है
2009 में कांग्रेस को 12 सीटों पर मिली थी जीत
जबकि बीजेपी ने 16 सीटें जीती थी 1 पर बीएसपी का कब्जा था
विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस को 40 प्रतिशत वोट मिले है
जबकि बीजेपी को 48.55 प्रतिशत वोट मिले है
हालाकी सीटें के लिहाज से कांग्रेस 104 से 66 पर सिमट गई है
राहुल गांधी की यात्रा एमपी में सात दिन रहेगी।इस दौरान राहुल गांधी मप्र में 698 किलोमीटर बस से और पैदल चलेंगे। ये यात्रा मप्र के ग्वालियर-चंबल और मालवा के 9 जिलों से होकर गुजरेगी। राहुल धौलपुर से होते हुए मुरैना से मप्र में प्रवेश करेंगे। यहां से यात्रा ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, आगर मालवा, उज्जैन, रतलाम से झाबुआ होते हुए राजस्थान के बांसवाड़ा में चली जाएगी।
इन लोकसभा सीटों को कवर करेंगे राहुल गांधी
ग्वालियर,गुना,राजगढ़,उज्जैन,रतलाम, इ्ंदौर, और देवास लोकसभा सीट से राहुल की यात्रा निकलेगी । एमपी के 9 जिलों से गुजरने वाली यात्रा के जरिये राहुल कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ाने की तैयारी में है क्योकिं एमपी में पार्टी को विधानसभा चुनाव में भले ही हार मिली हो लेकिन वोट प्रतिशत के लिहाज से कांग्रेस बीजेपी से आठ प्रतिशत वोट पीछे है ।जिसे वो लोकसभा चुनाव में पाटना चाहती है ।खासतौर पर वो सीटे जो पिछले 2004 और 2009 लोकसभा चुनाव में उनके पास रही है ।जिसको लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर सभी कांग्रेस उत्साहित है और इसका लाभ हमें लोकसभा चुनाव में मिलेगा ।
राहुल की यात्रा इसलिये भी मुरैना से प्रदेश में प्रवेश करेगी ।क्योकिं ग्वालियर चंबल एक समय कांग्रेस का गढ़ रहा है ।जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते थे ।यहां आज भी कांग्रेस के पुराने नेताओं की अच्छी पैठ है ।यही कारण है कि विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी राहुल अपनी यात्रा के दौरान तमाम पुराने और सीनियर नेताओं के साथ उन कार्यकर्ताओं को भी एक्टिव करेंगे ।जो कांग्रेस की विचारधारा के है और पार्टी की लगातार हो रही हार से निष्क्रिय हो चुके थे ।ऐेसे में देखना ये है कि राहुल की ये यात्रा क्या लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए संजीवनी बन पाएगी या नहीं और एमपी की 29 लोकसभा सीटों में से कितनी सीटें कांग्रेस जीत पाती है।