सिवनी: हिंसक भीड़ ने गोहत्या के शक में दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक दोनों मृतक आदिवासी समुदाय से संबंधित हैं।
सिवनी पुलिस की ओर से मंगलवार को दी गई जानकारी के मुताबिक करीब 15 से 20 की संख्या में हमलावरों के उग्र समूह ने कुरई थाना क्षेत्र के समिरिया में सोमवार की सुबह तीन आदिवासियों पर गोहत्या के आरोप में जानलेवा हमला किया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और तीसरा शख्स गंभीर रूप से घायल है।
घटना के बाद थाने पर पहुंचे मृतकों के परिजनों ने मामले में आरोप लगाया कि हमलावर कथित तौर पर बजरंग दल के साथ संबंध रखते हैं।
कुरई थाने ने मामले 20 लोगों के एफआईआर दर्ज करते हुए घटना की तहकीकात कर रही है और मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है।
हादसे के बाद क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोदिया ने घटना के विरोध में जबलपुर-नागपुर हाईवे पर धरना शुरू कर दिया, जिसमें बड़ी संख्या में जुटे लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
मामले की सूचना मिलते ही सिवनी के पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों ने मौका-ए-वारदात और धरना स्थल का दौरा करके लोगों से बात की और उन्हें निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया
इस संबंध में सिवनी के एएसपी एसके मरावी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि अज्ञात हमलावरों के कातिलाना हमले में दो आदिवासियों की मौत हो गई है। परिजन आरोप लगा रहे हैं कि करीब 15 से 20 की संख्या में हमलावरों के समूह ने पीड़ितों के घर पर धावा बोला और उन पर गोहत्या का आरोप लगाते हुए पिटाई शुरू कर दी।
पिटाई करने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गये और उसके बाद पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने के क्रम में दो लोगों की मौत हो गई और एक शख्स जख्मी हालत में भर्ती कराया गया है।
एएसपी के मुताबिक कुराई थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस हमलावरों की तलाश में छापेमारी कर रही है। मामले 3 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, उम्मीद है कि हमलावर जल्द ही पकड़े जाएंगे। तलाशी के दौरान पीड़ितों के घर से 12 किलो मांस मिला है, जिसे परीक्षण के लिए संबंधित लैब में भेज दिया गया है।
इस हमले में चोटिल हुए ब्रजेश बत्ती ने अपने बयान में बताया कि भीड़ ने सागर के रहने वाले संपत बत्ती और सिमरिया के रहने वाले ढांसा को गौहत्या का आरोप लगाकर पीट रही थी, वो शोर सुनकर बीच-बचाव के लिए पहुंचे, तो हिंक भीड़ ने उन्हें लाठियों से लहुलुहान कर दिया।
वहीं हत्या की इस वारदात के बाद धरने पर बैठे कांग्रेस के विधायक काकोदिया दावा कर रहे हैं कि हत्यारे कथित तौर पर बजरंग दल से संबंधित हैं । काकोदिया का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार फौरन बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाये और मृतकों के परिजनों को बतौर मुआवजा एक-एक करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी दे।
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी घटना पर दुख जाहिर करते हुए सरकार से मांग की है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पीड़ित परिवारों को सरकारी मदद मिले और घायल शख्स का इलाज सरकारी पैसों से हो।