Madhya Pradesh Teerth Darshan Yatra: तीर्थ यात्रा ने चारों धाम और बारह ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने का काम किया, सीएम यादव बोले- सांस्कृतिक और भौगोलिक एकता...
By मुकेश मिश्रा | Updated: September 14, 2024 19:19 IST2024-09-14T19:17:54+5:302024-09-14T19:19:07+5:30
Madhya Pradesh Teerth Darshan Yatra: भारत के चारों दिशाओं को जोड़ने के लिये 1400 वर्ष पहले आदिगुरु शंकराचार्य ने चार मठों की स्थापना कर धार्मिक यात्राएं प्रारम्भ की थी।

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Madhya Pradesh Teerth Darshan Yatra: सनातन धर्म में तीर्थ यात्राओं का अत्यधिक महत्व है। हमारे देश की एकता और अखण्डता का प्रकल्प है तीर्थ यात्राएं। तीर्थ दर्शन यात्रा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस तीर्थ यात्रा ने हमारे चारों धाम और बारह ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने का काम किया है। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा का शुभारम्भ अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि भारत के चारों दिशाओं को जोड़ने के लिये 1400 वर्ष पहले आदिगुरु शंकराचार्य ने चार मठों की स्थापना कर धार्मिक यात्राएं प्रारम्भ की थी।
जितना महत्व हमारे जीवन में माता-पिता के आशीर्वाद, पुत्री के कन्यादान और पुत्र से प्राप्त मुखाग्नि का है, उतना ही महत्व तीर्थ दर्शन का भी है। तीर्थ हमारे पापों का नाश करके मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। हर गृहस्थ का सपना होता है कि वह अपनी आंखों से तीर्थों के दर्शन करें और परमेश्वर से मोक्ष की कामना करें। उन्होंने हरी झंडी दिखाकर उज्जैन से काशी विश्वनाथ और अयोध्या तीर्थ यात्रा को रवाना किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे चार धाम और बारह तीर्थ हमारी सनातन परम्परा के संवाहक और संस्कृति के अजर-अमर प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार हमारे वृद्धजनों की आस्था को पूरा करने के लिये मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के माध्यम से उन्हें तीर्थ स्थलों की नि:शुल्क यात्रा करवा रही है।
वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री ने उज्जैन जिले के 300 तीर्थ यात्रियों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं मंगलकामनाएं देते हुए कहा कि देश की एकता और अखण्डता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिये हम सदैव तत्पर हैं। व्यक्ति का आना-जाना लगा रहता है, परन्तु गृहस्थ जीवन में से कुछ समय निकाल कर तीर्थ यात्रा करने का सबसे बड़ा मुख्य कार्य है।
मध्य प्रदेश में एक स्थान से दूसरे स्थान पर तीर्थ करने के लिये हवाई यात्रा ‘पीएमश्री हेलीकॉप्टर सेवा’ भी प्रारम्भ की गई है। इसी तरह गंभीर बीमार व्यक्ति की जान बचाने के लिये एयर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने वर्चुअल सम्बोधन में कहा कि काशी विश्वनाथ का निर्माण इन्दौर की लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर ने किया था।