भोपालः फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के खिलाफ बिना अनुमति भीड़ भरे प्रदर्शन को आयोजित करने वाले कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद को कालेज के एक भाग को आज जिला प्रशासन ने अतिक्रमण के आरोप में तोड़ दिया.
गौरतलब है कि एक हफ्ते पहले आरिफ मसूद के नेतृत्व में राजधानी भोपाल में मुस्लिम समुदाय के हजारों लोगों ने बिना अनुमति यह प्रदर्शन किया था. इसको लेकर मुख्यमंत्री ने यह कहते हुए नाराजगी जाहिर की थी कि पुलिस को भीड़ जुटाने का पता क्यों नहीं लगा और प्रदर्शन को रोका क्यों नहीं गया.
मसूद राजधानी भोपाल के भोपाल मध्य क्षेत्र से विधायक आरिफ मसूद पर पुलिस बिना अनुमति भीड़ जुटाने, धार्मिक भावनाएं भड़काने से आरोप में एफआईआर दर्ज कर चुकी. इसके बाद आज प्रशासन ने बड़े तालाब के कैचमेंट एरिया में बनी उनके कालेज की बिल्डिंग के एक हिस्से पर बुलडोजर चला दिया गया.
प्रशासन के अनुसार इस निर्माण के बड़े तालाब के 50 मीटर के दायरे में यानी कैचमेंट एरिया में आने के कारण यह कार्रवाई की गई, जिसमें 12 हजार स्वायर फीट का अतिक्रमण गिरा दिया गया है. आरिफ मसूद के कालेज की बिल्डिंग के एक भाग को गिराने पर पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य सभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि 'सरकार शक्ल देखकर काम करती है.
उन्होंने सरकार से पूछा कि प्रोटेम स्पीकर और भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कितनी सरकारी जमीनें कब्जाई, उसकी जांच हुई क्या? जिन मंत्रियों ने अतिक्रमण किया उन पर क्या कार्रवाई की?' वहीं आरिफ मसूद ने उनके कालेज की बिल्डिंग का एक भाग गिराये जाने पर कहा कि वह बदले की कार्रवाई से डरेंगे नहीं.. वह बच्चों को अच्छी तालीम देने का काम जारी रखेंगे.