मध्य प्रदेशः करोड़पति निकला पटवारी, मामा के नाम पर जुटाई काली कमाई
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 31, 2018 04:33 AM2018-08-31T04:33:02+5:302018-08-31T04:33:02+5:30
लोकायुक्त डीएसपी संतोष भदौरिया ने बताया कि 2005 में जाकिर हुसैन ने सरकारी नौकरी ज्वॉइन की थी। उस समय उसका वेतन 5000 रुपए था। अब उसे 30 हजार रुपए मिलते हैं।
इंदौर, 31 अगस्त: गुरुवार सुबह लोकायुक्त पुलिस ने इंदौर के एक पटवारी के छह स्थानों पर दबिश देकर करोड़ों की अनुपातहीन संपत्ति का पर्दाफाश किया है। बताया जाता है कि पटवारी अपने मामा के नाम से काली कमाई को ठिकाने लगा रहा था। मामा बैंक में रिकवरी अधिकारी है। पटवारी के यहां से पांच लाख नगद मिले हैं।
लोकायुक्त एसपी दिलीप सोनी ने बताया कि खजराना के हल्का नंबर 30 का पटवारी जाकिर हुसैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। इस शिकायत की जांच के बाद गुरुवार सुबह डीएसपी संतोष सिंह भदौरिया तथा प्रवीण बघेल के नेतृत्व में श्रीनगर कांकड स्थित आवास सहित पांच अन्य ठिकानों में दबिश दी गई। इस दौरान लोकायुक्त दल को उसके यहां से पांच लाख नगद सहित संपत्तियों के कागजात मिले हैं।
श्रीनगर कांकड़ के साथ ही एक और फ्लैट इसी क्षेत्र में मिला है, जिसमें उसका एक रिश्तेदार रहता है। सिल्वर स्प्रिंग कॉलोनी में 3 हजार स्क्वेयर फुट का शानदार मकान है, जो किराए पर दे रखा है। इंदौर में नेमावर रोड व शाजापुर में जमीन के दस्तावेज भी सामने आए हैं। इसके अलावा गोल्ड ज्वेलरी, कार व अन्य विलासिता की वस्तुएं मिली हैं। इसके साथ ही 14 बैंक खाते व 10 जीवन बीमा की पॉलिसियां तथा एफडी की भी जानकारी मिली है।
लोकायुक्त डीएसपी संतोष भदौरिया ने बताया कि 2005 में जाकिर हुसैन ने सरकारी नौकरी ज्वॉइन की थी। उस समय उसका वेतन 5000 रुपए था। अब उसे 30 हजार रुपए मिलते हैं।