मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज विश्व बदल रहा है, इसलिए हमें भी बदलना होगा. अधिकारियों को भी वक्त के साथ बदलाव लाना होगा. हम आज भी 50-60 साल पुराने मॉडल को फालो कर रहे हैं. गवर्नेंस को बदलने की जिम्मेदारी आपकी है. रिटायरमेंट के साथ अचीवमेंट समाप्त हो जाता है, लेकिन संतुष्टि नहीं. उन्होंने कहा कि तेजी से बदलते विश्व की चुनौतियां के साथ देश-प्रदेश का नवनिर्माण करना आज की चुनौती है. इसके अनुरूप देश प्रदेश के निर्माण के लिए हमें संकल्पित और समर्पित होना होगा.
यह बात मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज राजधानी में आईएएस मीट के शुभारंभ अवसर पर कही. आईएएस मीट को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सफलता और संतुष्टि में बड़ा अंतर होता है. किसी पद को प्राप्त करने की सफलता संतुष्टि का आधार नहीं होती. संतुष्टि सफल परिणामों से मिलती है. सफलता किसी पद पर बने रहने तक रहती है ,जबकि संतुष्टि सारा जीवन साथ चलती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा अनुभव है कि बहुत ही अच्छे उद्देश्य से बनी योजनाएं और कार्यक्रम भी क्रियांवनयन कार्य की विफलता से उद्देश्यों की प्राप्ति नहीं कर सके. इसलिए यह जरूरी है कि योजनाओं के क्रियांवयन की व्यवस्था में सुधार करें, जिससे की योजना की मंशा के अनुरूप जरूरतमंद लाभान्वित हो पाएं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेजी से बदलते विश्व की चुनौतियां के साथ देश-प्रदेश का नवनिर्माण करना आज की चुनौती है. इसके अनुरूप देश प्रदेश के निर्माण के लिए हमें संकल्पित और समर्पित होना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अचीवमेंट और फुलफिलमेंट के अंतर को हमें नए राज्य तेलंगाना से सीखना चाहिए. प्रदेश में योजनाएं तो बहुत अच्छी है, लेकिन डिलीवरी सिस्टम खराब है, जिसके कारण उसका लाभ सही समय पर सही लोगों को नहीं मिलता है. डिलीवरी सिस्टम को बेहतर बनाना हमारे लिए चुनौती है.
राजधानी में आज से तीन दिवसीय आईएएस मीट शुरु हुई. मीट का शुभारंभ मिंटो हाल में किया गया. इस अवसर पर राज्य के मुख्य सचिव एस.आर. मोहंती और आईएएस एसोसिएशन की अध्यक्ष गौरी भी उपस्थित रहे. मीट में शामिल होने के लिए राज्य के जिलों से कलेक्टर पहुंचे थे. तीन दिवसीय इस मीट में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा खेल प्रतियोगिताएं भी संपन्न होंगी. मीट का समापन 20 जनवरी को होगा. मीट में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी भी शामिल हुए हैं.