Madhya Pradesh: MLA फूल सिंह बरैया ने किया था अपना मुंह काला करने का वादा, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने रोका, क्या हुआ उसके बाद
By आकाश सेन | Published: December 7, 2023 05:43 PM2023-12-07T17:43:58+5:302023-12-07T17:47:49+5:30
भोपाल : भांडेर से कांग्रेस के विधायक फूल सिंह बरैया ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान यह दावा किया था कि भाजपा को इन चुनावों में पचास से भी कम सीटें मिलेंगी। अगर इससे ज्यादा सीटें मिलीं तो वह अपना मुंह काला करवा लेंगे। अब इसी वचन को पूरा करने फूल सिंह बरैया राजधानी में गुरुवार दोपहर 02 बजे बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ रैली की शक्ल में राजभवन के लिए निकले। समर्थकों में बड़ी संख्मा में महिलाएं भी शामिल रहीं।
भोपाल :नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुंह काला करने से रोक दिया। बरैया अपना वचन पूरा करने के लिए गुरुवार दोपहर भोपाल में राजभवन जाने के लिए रवाना हुए। रोशनपुरा चौराहे पर पुलिस ने बैरिगेट्स लगाकर उन्हे रोक दिया । पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी उनके समर्थन में वहां पहुंच गए और उन्हें आगे जाने से रोक दिया। जहां दिग्विजय सिंह ने उन्हें काला टीका लगाकर औपचारिकता पूरी की। इसके बाद बरैया ने EVM वाले पोस्टरों पर काली स्याही पोत दी। बोले, 'हम EVM का मुंह काला कर रहे। बरैया भांडेर सीट से विधायक चुने गए हैं। उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक भी रहे।
इस घटनाक्रम से पहले बरैया ने कहा कि मेरे पास वोट का कैलकुलेशन है। अगर फेयर इलेक्शन हो जाए, तो बीजेपी प्रदेश में 50 सीट भी नहीं जीत पाएगी। इसीलिए मैंने चुनाव के पहले यह कहा था कि वह 50 सीट भी नहीं जीत पाएगी। बीजेपी ने ईवीएम के जरिये कांग्रेस की सरकार लूट ली। मैं अपने वचन पर कायम हूं. मैं बीजेपी का नेता हूं। कि अपनी बात से पलट जाऊं।
बरैया के ऐलान पर पुलिस भी अलर्ट रही
दो दिन पहले ही कांग्रेस नेता बरैया ने 7 दिसंबर की दोपहर 2 बजे राजभवन के सामने खुद का मुंह काला करने की घोषणा की थी। इस ऐलान के बाद पुलिस पहले से ही अलर्ट रही। रोशनपुरा के सामने बैरिकेडिंग कर बरैया को रोकने की तैयारी थी। राजभवन जाने वाली सड़क को भी बंद कर दिया गया था।
इस बार बड़े अंतर से जीते बरैया
बता दें,मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में फूल सिंह बरैया भांडेर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे। वो 29 हजार 438 वोट के बड़े अंतर से चुनाव जीत गए। इस सीट पर उनके सामने बीजेपी के धनश्याम पिरौनिया चुनाव लड़ रहे थे. इस सीट से रक्षा सिरोनिया 2018 के चुनाव और 2020 के उपचुनाव में बीजेपी के टिकट पर विधायक चुनी गईं थीं। इस बार उनका टिकट काटकर घनश्याम पिरौनिया को खड़ा किया गया था।