मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: मध्य प्रदेश में सामूहिक विवाह समारोह में दुल्हनों को बांटे कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां
By विनीत कुमार | Published: May 30, 2023 02:53 PM2023-05-30T14:53:30+5:302023-05-30T14:56:48+5:30
मध्य प्रदेश सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं की शादियों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए अप्रैल 2006 में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना शुरू की थी।
भोपाल: मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में सोमवार को सामूहिक विवाह समारोह में दुल्हनों को दिए जाने वाले मेकअप बॉक्स में कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां भी रखी हुई मिलीं। दरअसल, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के तहत थांदला में सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें 296 जोड़ों का विवाह हुआ।
योजना के तहत नवविवाहितों को कंडोम व गर्भनिरोधक गोलियां वितरित की गईं। पैकेट मेक-अप बॉक्स के अंदर पाए गए जो योजना के तहत जोड़ों के बीच बांटे गए थे। वरिष्ठ जिला अधिकारी भूरसिंह रावत ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह संभव है कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने परिवार नियोजन से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम के तहत कंडोम और गर्भनिरोधक वितरित किए हों।
रावत ने कहा, 'हम कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियों के वितरण के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। यह संभव है कि स्वास्थ्य विभाग ने अपने परिवार नियोजन जागरूकता कार्यक्रम के हिस्से के रूप में सामग्री दी हो। मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के तहत, हम सीधे 49,000 रुपये लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर करते हैं। हम भोजन, पानी और एक तम्बू प्रदान करने के लिए जिम्मेदार हैं, जिसकी राशि 6,000 रुपये है। मुझे नहीं पता था कि वितरित किए गए पैकेटों में क्या था।'
मध्य प्रदेश सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं की शादियों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए अप्रैल 2006 में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना शुरू की थी। योजना के तहत सरकार दुल्हन के परिवार को 55,000 रुपये प्रदान करती हैं।
पिछले महीने डिंडोरी के गडसराय इलाके में एक सामूहिक विवाह समारोह में कुछ दुल्हनों की गर्भावस्था परीक्षण कराने के मामले ने भी तूल पकड़ी थी। एक महिला का प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव भी आया। उसने कहा कि वह शादी से पहले अपने मंगेतर के साथ रह रही थी। डिंडोरी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा था कि आमतौर पर दूल्हा-दुल्हन की उम्र को सत्यापित करने, सिकल सेल एनीमिया की जांच करने और यह सुनिश्चित करने के लिए परीक्षण किए जाते हैं कि वे शारीरिक रूप से फिट हैं.