मध्य प्रदेश: कमलनाथ सरकार महिलाओं के लिए बनवाएगी अलग शराब की दुकान, बीजेपी ने जताया विरोध
By राजेंद्र पाराशर | Published: February 28, 2020 07:17 AM2020-02-28T07:17:34+5:302020-02-28T07:17:34+5:30
सरकार द्वारा राज्य के इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर शहरों में इस तरह की एक-एक दुकान खोले जाने की बात कही जा रही है.
मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार राज्य के चार शहरों में महिलाओं के लिए अलग से शराब दुकान खोलने की तैयारी कर रही है. इन दुकानों के खोले जाने का भाजपा ने विरोध किया है.
राज्य में शराब की उप दुकानें खोले जाने के फैसले को विरोध के बाद वापस लेने का मुद्दा अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के लिए अलग से शराब दुकानें खोले जाने के फैसला लिया है. सरकार द्वारा राज्य के इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर शहरों में इस तरह की एक-एक दुकान खोले जाने की बात कही जा रही है.
सरकार का तर्क है कि इस तरह दुकानें खुलने से महिलाओं को बिना किसी समस्या के शराब मिल सकेगी. इन दुकानों पर वाइन, विहस्की के अलावा ब्रेंड उपलब्ध कराए जाएंगे जो महिलाओं की पसंद होते हैं. महिलाओं के लिए अलग से खोली जाने वाली इन दुकानों पर विदेशी शराब ही बेची जाएगी. ये दुकानों माल्स और ऐसी जगहों पर खोली जाएंगी, जहां से महिलाएं इन्हें आसानी से खरीद सकें.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा शराब की उप दुकानें खोले जाने का निर्णय हाल ही में लिया गया था. सरकार के इस फैसले पर भाजपा ने विरोध जताया था, इसके साथ ही मंत्रियों ने भी इसे लेकर आपत्ति की थी, तब कहीं जाकर सरकार ने अपना यह फैसला वापस लिया था. इसके बाद अब सरकार महिलाओं के लिए मेट्रो सिटी की तर्ज पर राज्य के चार महानगरों में अलग से शराब दुकान खोलने जा रही है. इसका भी विरोध शुरु हो गया है.
भाजपा ने किया विरोध
मेट्रो सिटी की तर्ज पर महिलाओं के लिए प्रदेश में खोली जाने वाली अलग से शराब दुकानों को लेकर भाजपा ने विरोध जताया है. भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि प्रदेश द्वारा महिलाओं के लिए इस तरह से अलग से दुकान खोलने का फैसला हमारी संस्कृति के खिलाफ है. भाजपा इसका विरोध करेगी और प्ररेश में कहीं भी इस तरह की दुकान नहीं खुलने देगी. उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में दूध से सस्ती शराब बेचने की तैयारी कर रही है. लोगों को दूध नहीं मिल रहा है, लेकिन शराब आसानी से मिल रही है.