अंतर्विरोध के कारण कभी भी गिर सकती है कमलनाथ सरकार, शिवराज सिंह ने कहा- BJP नहीं रखती जोड़-तोड़ में विश्वास
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 26, 2019 09:22 AM2019-05-26T09:22:23+5:302019-05-26T09:22:23+5:30
मध्य प्रदेशः कांग्रेस सरकार द्वारा पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर खजाना खाली छोड़ कर जाने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि भाजपा ने भरा-पूरा प्रदेश छोड़ा था. हर साल बजट प्रस्तुत किया जाता था.
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा कभी भी जोड़-तोड़ में विश्वास नहीं रखती है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार अंतर्विरोध के कारण गिर जाए, तो कुछ नहीं कहा जा सकता है. पूर्व मुख्यमंत्री ने यह बात राजधानी में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही.
प्रदेश और पूरे देश में भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि लगातार दूसरी बार कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष भी औपचारिक तौर पर नहीं बना पाएगी. इस बार के चुनाव में जातिवाद, पंथवाद और राजतंत्रवाद खत्म होकर सिर्फ मोदीवाद की जीत हुई. उन्होंने कहा कि मोदीवाद का अर्थ है सबका साथ, सबका विकास.
कांग्रेस को मिली करारी हार को लेकर उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के लिए आत्मचिंतन का समय है. चौहान ने कहा कि उन्होंने पहले ही कहा था कि कांग्रेस सरकार वातानुकूलित भवनों में रही तो कब उनके पांव के नीचे से जमीन खिसक जाएगी, उन्हें पता ही नहीं चलेगा. वैसे भाजपा जोड़-तोड़ में विश्वास नहीं रखती है. शिवराज ने कहा कि कांग्रेस अंतर्विरोध के चलते कब गिर जाए, कुछ कह नहीं सकता. हमारी दिलचस्पी कांग्रेस की सरकार को गिराने में नहीं है.
कांग्रेस सरकार द्वारा पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर खजाना खाली छोड़ कर जाने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि भाजपा ने भरा-पूरा प्रदेश छोड़ा था. हर साल बजट प्रस्तुत किया जाता था. कांग्रेस की ओर से प्रचारित न्याय योजना पर उन्होंने कहा कि जनता हर चीज को ध्यान से देखती है. दल जो लिखेंगे, उसे पूरा करना ही होगा.
लोकसभा चुनाव के आए परिणामों को लेकर उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा में थोड़ी मेहनत और हो जाती तो 29 की 29 सीट जीत जाते. ऐसी विजय, विजय नहीं कहलाती इसका अर्थ है जो किया आपने किया. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा यह चुनाव अभुत्वपूर्व रहा, चुनाव में लोग कह रहे थे मोदी लहर नहीं है. मगर प्रचार के दौरान मैंने मोदी लहर देखी. कांग्रेस इस बार भी औपचारिक रूप से नेता विपक्ष नहीं बना पाएगी.
अब नहीं चलेंगे राजा-महाराजा
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनता अब जान चुकी है, चुनाव में अब राजा-महाराजा नहीं चलेंगे. ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिली करारी हार को लेकर उन्होंने कहा कि सिंधिया में राजा-महाराजा वाला घमंड है, वे अपने आपको महाराजा बुलाना ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन अब जनता समझदार हो गई है. बाबाओं को लेकर शिवराज ने तंज कसा कि बाबाओं को राजनीति से दूर रखना जरुरी है. बाबाओं से देश को बचाना होगा. पे्रस से मिलिए कार्यक्रम में उन्होंने नवनिर्वाचित सांसदों को सलाह भी दी कि वे जमीन से जुड़कर चलें, जनता से जो वादे चुनाव में किए उन्हें पूरा करें.