MP की कमलनाथ सरकार ने मंत्रालय में वंदे मातरम गाने पर लगाई रोक, हर महीने की पहली तारीख को होता था गान
By रामदीप मिश्रा | Published: January 1, 2019 04:12 PM2019-01-01T16:12:31+5:302019-01-01T16:18:41+5:30
सूबे की सरकार हर महीन की पहली तारीख को मंत्रालयों में गाये जाने वाले वंदे मातरम पर रोक लगा दी है। इससे पूर्व की शिवराज सकार में यह फैसला लिया गिया था कि मंत्रालय में हर महीने की पहली तारीख को वंदे मातरम गाया जाएगा और यह प्रक्रिया लंबे समय से चली आ रही थी।
अभी हाल ही में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिलने के बाद कांग्रेस ने सूबे में सरकार बनाई है। अब प्रदेश की कमलनाथ सरकार एक ऐसा निर्णय लिया है, जिससे विवाद खड़े होने की बात कही जा रही है। दरअसल, सूबे की सरकार हर महीन की पहली तारीख को मंत्रालयों में गाये जाने वाले वंदे मातरम पर रोक लगा दी है।
बता दें, इससे पूर्व की शिवराज सकार में यह फैसला लिया गिया था कि मंत्रालय में हर महीने की पहली तारीख को वंदे मातरम गाया जाएगा और यह प्रक्रिया लंबे समय से चली आ रही थी। मंत्रालय के कर्मचारी इकट्ठा होकर वंदे मातरम का गान करते थे और यह पार्कों में किया जाता था।
इधर, करीब एक पखवाड़े पहले प्रदेश की कमान संभालने वाले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने नए साल की शुरुआत भूतभावन बाबा महाकाल की पूजा अर्चना से की है।
इस दौरान उन्होंने गर्भगृह में जाकर उन्होंने परिवार सहित भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक किया। महाकाल मंदिर के पुजारी संजय शर्मा और रमण त्रिवेदी के आचार्यत्व में 11 ब्राम्हणों ने मंत्रोच्चार और स्वस्ति वाचन कर पूजन कराया।
यहां उन्होंने कांग्रेसियों से मुलाकात भी की। करीब एक घँटे वे मंदिर में रुके और बाद में हेलिकॉप्टर से ही भोपाल के लिए रवाना हो गए। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी, प्रवक्ता विवेक गुप्ता, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव चेतन यादव भी मौजूद रहे।