ऑक्सीजन की कमी ने छीन लीं 5 मरीजों की सांसें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 17, 2021 09:49 AM2021-04-17T09:49:11+5:302021-04-17T09:51:08+5:30
मध्य प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण से 53 और लोगों की मौत हो गई तथा 10,166 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई.
जबलपुरः मध्य प्रदेश के जबलपुर में ऑक्सीजन की कमी से 5 मरीजों की मौत होने की खबर सामने आई है. जबलपुर के दो अस्पतालों में बीते 24 घंटे में 5 मरीजों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई है.
इन दोनों अस्पतालों में दिनभर मरीजों के परिवार वालों ने हंगामा मचाया. हालांकि अस्पताल प्रबंधन इस बात को मानने को तैयार नहीं है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इन सभी मरीजों की हालत गंभीर थी और किसी की भी मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है. मृतकों के परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल झूठ बोल रहा है. वहीं दोनों मामलों की जांच शुरू कर दी गई है.
बता दें कि पहली मौत बलदेव बाग स्थित मोडिसिटी अस्पताल में 82 वर्षीय गौरी बाई की हुई है. उनके परिवार वालों का आरोप है कि ऑक्सीजन का प्रेशर कम होने की वजह से गौरी की मौत हो गई. उनके बेटे अनिल खत्री ने जानकारी दी कि मां लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थीं और उनका ऑक्सीजन स्तर 99 पर था.
अनिल ने बताया कि बुधवार को उनकी मां का ऑक्सीजन प्रेशर अचानक से कम हुआ और मां की तड़पकर मौत हो गई. वहीं दूसरी घटना बरगी स्थित सुख सागर मेडिकल कॉलेज में हुई. यहां 4 मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई समय पर नहीं हुई. बीती रात जबलपुर के अस्पतालों में ऑक्सीजन कम रही, इसलिए मेडिकल कॉलेज में भी सप्लाई नहीं हो पाई. इसके पीछे का कारण यह है कि रिछाई स्थित लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट में तकनीकी खराबी आ गई थी.
हकीकत स्वीकारने को तैयार नहीं सरकार:मध्य प्रदेश में कोरोना का बहुत बुरा हाल है, राज्य के कई इलाकों से ऑक्सीजन की कमी की शिकायतें सामने आ रही है. हालांकि राज्य सरकार पिछले तीन दिनों से दावा कर रही है कि राज्य में मरीजों के लिए ऑक्सीजन पर्याप्त है और ऑक्सीजन का पूरा इंतजाम हो गया है. लेकिन इसके बाद भी ऑक्सीजन की कमी से कोविड मरीजों की मौत थमने का नाम नहीं ले रही है.