Madhya Pradesh Election Result 2023:MP में कौन बनेगा CM, शिवराज भोपाल में तो बाकी नेता दिल्ली में मौजूदा, केंद्रीय नेतृत्व जल्द करेगा पर्यवेक्षक नियुक्त ।
By आकाश सेन | Published: December 5, 2023 05:51 PM2023-12-05T17:51:24+5:302023-12-05T17:55:52+5:30
भोपाल: मध्यप्रदेश की 163 सीटें जीतकर बीजेपी ने दो तिहाई से ज्यादा बहुमत हासिल किया है। अब सीएम को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित आधा दर्जन नेता सीएम पद के दावेदार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी ने इस बार किसी एक नेता को सीएम का चेहरा नहीं बनाया। बल्कि, सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा और थीम रखी "एमपी के मन में मोदी.... मोदी के मन में एमपी" अब बहुमत मिलने के बाद नए मुख्यमंत्री का फैसला होना है।
एमपी में भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत के बाद ,अब भाजपा में सीएम को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। वर्तमान सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित आधा दर्जन नेता सीएम पद के दावेदार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी ने इस बार किसी एक नेता को सीएम का फेस नहीं बनाया। बल्कि, सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा और थीम रखी "एमपी के मन में मोदी.... मोदी के मन में एमपी" अब बहुमत मिलने के बाद नए मुख्यमंत्री का फैसला होना है।
वही अब इंदौर वन से बीजेपी विधायक कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और बीजेपी सांसद वीडी शर्मा समेत अन्य सांसदों ने भी केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की है।वही अब इसी बीच प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान सामने आया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं सीएम का दावेदार न तो पहले रहा और न आज हूं। मैं एक कार्यकर्ता के नाते बीजेपी मुझे जो भी काम देगी उस काम को समर्पित भाव से अपनी क्षमता के अनुसार करता रहूंगा।
ऐसे में क्या सीएम शिवराज को मिलेगा पांचवां कार्यकाल इसकी अटकले तेज है।क्योकिं साल 2003 में बीजेपी ने दिग्विजय सिंह सरकार को परास्त कर एमपी की 165 सीटें जीतकर रिकॉर्ड बनाया था और सत्ता में काबिज हुई थी। तब सीएम बनी उमा भारती और फिर उनके इस्तीफे के बाद बाबूलाल गौर को प्रदेश की कमान सौंपी गई थी उनके बाद 2005 में मप्र के मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान। 2003 में सत्ता में आने के बाद से लगातार 2008, 2013 के चुनाव जीतते हुए 2018 तक बीजेपी सरकार का नेतृत्व सीएम शिवराज ने ही किया। मगर 2018 में 15 साल बाद उलटफेर हुआ और वक्त है बदलाव के नारे के साथ कांग्रेस सत्ता में आई, लेकिन कमलनाथ के नेतृत्व में बनी सरकार महज 15 महीने ही चल पाई। और दलबदल के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बन गए। इस बार बीजेपी को 2003 जैसी जीत मिली है। अब मप्र के मुख्यमंत्री को लेकर जनता के मन में सवाल उठ रहे हैं। सवाल भी इसलिए क्योंकि बीजेपी ने इस बार किसी एक नेता को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए बिना सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा। हालाकी सीएम शिवराज के ही मुख्यमंत्री बने रहने की ज्यादा संभावना है कि क्योकिं अगली लड़ाई लोकसभा चुनाव की है ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व क्या निर्णय लेता है और सीएम शिवराज के नाम पर ही मुहर लगती है या नया फेस सामने आता है ये देखना बेहद दिलचस्प होगा ।