मध्यप्रदेश में भाजपा ने विधानसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है। 11 दिसंबर को मतगणना के बाद भाजपा द्वारा बनाए गए प्लान पर 12 दिसंबर से काम शुरु कर दिया जाएगा।
मध्यप्रदेश भाजपा संगठन अब लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गया है। 11 दिसंबर को मतगणना के बाद संगठन अपने नेताओं को प्रदेश के हर हिस्से में तैनात करेगा। यह तैनाती 12 दिसंबर से शुरू कर दी जाएगी। संगठन ने मंत्री, विधायकों और सांसदों को उनके गृह क्षेत्र में सक्रिय करने के लिए प्रतिदिन 10 किलोमीटर चलकर केन्द्र की मोदी सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी देने की तैयारी कर ली है।
नेताओं को इस पदयात्रा का रोडमेप तैयार कर केन्द्रीय नेतृत्व के पास तीन दिन पहले भेजना भी जरुरी कर दिया गया है। रोडमेप में उन्हें यह भी बताना होगा कि वे किस तरह से लोगों के बीच पहुंचेंगे और कितने लोगों से संपर्क कर उन्हें किस तरह से योजनाओं की जानकारी से अवगत कराएंगे। इसके अलावा प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी संगठन द्वारा जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
सूत्रों की माने तो दिसंबर के माह में हर संभाग में मोदी सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। साथ ही यह प्रयास किया जाएगा कि लोकसभा चुनाव के लिए जमीनी स्तर पर विधानसभा चुनाव के दौरान कहां पर किस तरह की कमी रही, उसका आकलन किया जाए और फिर उसकी समीक्षा के बाद इस कमी को दूर करने के लिए क्या किया जाए।
उल्लेखनीय है कि भाजपा को इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से ज्यादा भीतरघात का सामना करना पड़ा। इसके अलावा अपने नेताओं ने भाजपा को छोड़कर कुछ स्थानों पर अन्य पार्टियों के साथ जाकर चुनाव लड़ा। लोकसभा चुनाव के दौरान इस तरह की परिस्थिति निर्मित न हो इसके लिए भाजपा अभी से सक्रियता दिखानी चाह रही है।