मध्य प्रदेश: बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को कांग्रेस नेता ने दी चुनौती, कहा- अगर चमत्कारी शक्तियां हैं तो करें साबित
By आजाद खान | Published: January 21, 2023 08:33 AM2023-01-21T08:33:52+5:302023-01-21T09:02:51+5:30
मामले में बोलते हुए कांग्रेस नेता डॉ. गोविंद सिंह ने कहा है कि सनातन धर्म में वे भी विश्वास रखते है लेकिन पाखंड और ढोंग पर उन्हें भरोसा नहीं है। ऐसे में उन्होंने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चुनौती देकर उनके चमत्कारी शक्तियों को साबित करने की बात कही है।
भोपाल: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि जब महाराष्ट्र में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर आरोप लगे तो वे वहां से चले गए। उन्होंने यह भी दावा किया है कि अगर उनके पास कोई चमत्कारी शक्तियां है तो वे इस बात को प्रमाणित करें।
आपको बता दें कि पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आजकल विवादों में घिरे है और उन पर आरोप लगाए जा रहे है। ऐसे में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास को फैलाने और उसे बढ़ावा देने का आरोप लगा है और इस मामले में उन पर केस भी दर्ज हो चुका है।
डॉ. गोविंद सिंह ने चुनौती दी है
एबीपी की एक खबर के अनुसार, डॉ. गोविंद सिंह ने पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चुनौती देते हुए कहा है कि सनातन धर्म में उनका भी विश्वास है लेकिन वे पाखंड और ढोंग पर भरोसा नहीं करते है। उन्होंने आगे कहा है कि देश में हिंदुओं की तादात ज्यादा है और वो लोग भी पाखंड और ढोंग को सही नहीं मानते है।
इस पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा है, "जब बाबा को नागपुर की अंधविश्वास उन्मूलन समिति ने शक्तियां प्रमाणित करने की चुनौती दी तो वे वहां से क्यों भाग गए? अगर उनमें सच्चाई है तो जवाब दें। प्रामाणिकता के आधार पर जवाब दें। तांत्रिक जैसी प्रथा को प्रचारित कर रखा है, उसे प्रमाणित करें।"
इससे पहले कैबिनेट मंत्री ने भी दी है बाबा को चुनौती
आपको बता दें कि इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री को छत्तीसगढ़ में भी चुनौती मिली है और कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने उन्हें राज्य में हो रहे धर्मांतरण को साबित करने का चैलेंज दिया है। चुनौती देते हुए कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने कहा है कि धीरेंद्र शास्त्री मेरे साथ बस्तर चलें और अगर कल परसों में वहां धर्मांतरण हुआ है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा और अगर वे गलत साबित हुए तो क्या वह पंडिताई करना छोड़ देंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले 18 जनवरी को धीरेंद्र शास्त्री ने छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मुद्दा उठाया था और इसे लेकर रायपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया था। ऐसे में मामले में बोलते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि जहां कहीं भी धर्मांतरण हो रहा है वे वहां रामकथा सुनाने जा रहे है। उन्होंने यह भी कहा है कि धर्मांतरण को रोकने के लिए उन्होंने संकल्प लिया है।