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मध्य प्रदेश के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज से आई रैगिंग की डरावनी कहानी, सीनियर छात्र तकिए और बैचमेट्स के साथ अश्लील हरकत के लिए करते थे मजबूर

By मेघना सचदेवा | Updated: July 27, 2022 13:01 IST

मध्यप्रदेश के इंदौर से रैगिंग का एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। इंदौर के एमजीएल कॉलेज के जूनियर्स ने आरोप लगाया है कि उनके सीनियर ने उन्हे तकिए और बैचमेट्स के साथ अश्लील हरकत के लिए मजबूर किया।

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ठळक मुद्देजूनियर्स ने बताया कि सीनियर एमबीबीएस छात्र उन्हे अपने फ्लैट पर बुलाते थे। यूजीसी का दावा है कि उनके पास जूनियर छात्रों की तरफ से की गई ऑडियो कॉल की रिकार्डिंंग और वॉट्सएप चैट है।

इंदौर: रैगिंग को लेकर सख्त कानून बनाए गए हैं उसके बावजूद भी मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सरकारी कॉलेज से रैगिंग का चौंका देने वाला मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज के सीनियर एमबीबीएस छात्रों पर जूनियर्स ने रैगिंग के आरोप लगाए हैं। 

जूनियर्स ने यूजीसी और एंटी रैगिंग कमेटी हेल्पलाइन को फोन कर बताया कि कैसे उनके सीनियर उन्हे तकिए के साथ सेक्स करने जैसे एक्ट और बैचमेट्स के साथ अश्लील हरकत के लिए मजबूर करते हैं। जूनियर्स ने बताया कि सीनियर एमबीबीएस छात्र उन्हे अपने फ्लैट पर बुलाते थे जहां उन्हे ये सब करने के लिए मजबूर किया जाता था। 

लड़कियों को अपशब्द कहने के लिए मजबूर किया

मामले की जानकारी मिलने के बाद यूजीसी ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन को संपर्क किया और एक्शन लेने की बात कही। वहीं एंटी रैगिंग कमेटी की तरफ से सभी आरोपी छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। इंदौर पुलिस की मानें तो पहले जूनियर्स का बयान दर्ज किया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक जूनियर्स ने ये भी आरोप लगाए हैं कि सीनियर एमबीबीएस छात्र उन्हे अपने बैचमेट्स खास कर लड़कियों को अपशब्द कहने के लिए मजबूर किया। यूजीसी की तरफ से की गई शिकायत में इस बात का भी जिक्र है कि छात्रों ने अपने प्रोफेसर को भी ये बात बताई थी लेकिन उनकी तरफ से मामले पर कड़ा रूख अपनाने की जगह आरोपियों को सपोर्ट किया गया। आरोपी सीनियर की पहचान उजागर नहीं की गई है। शिकायत करने वाले छात्रों को भी डर है कि अगर उन्होंने अपनी पहचान बताई तो सीनियर उनसे बदला लेंगे। 

कॉलेज में सभी संबंधित छात्रों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं

पूरे मामले को लेकर यूजीसी का दावा है कि उनके पास जूनियर छात्रों की तरफ से की गई ऑडियो कॉल की रिकार्डिंंग और वॉट्सएप चैट के रूप में कई सबूत हैं। कुछ छात्रों ने यूजीसी को वीडियो भी भेजे हैं। स्थानीय पुलिस थाना प्रभारी तहजीब काजी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज में सभी संबंधित छात्रों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जल्द ही आरोपियों की पहचान कर ली जाएगी। 

टॅग्स :मध्य प्रदेशइंदौरयूजीसीMBBS
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