भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के पुलवामा हमले और सर्जिकल स्ट्राइक पर दिए बयान के बाद सियासी बयानबाजी का दौर जारी है। अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह सेना का मनोबल तोड़ने की प्रयास है।
मीडिया से बातचीत के दौरान शिवराज सिंह ने कहा, "कांग्रेस का डीएनए पाकिस्तान के पक्ष में है। वे सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे हैं। यह सेना का मनोबल गिराने की कोशिश है। राहुल गांधी जी यह कैसी भारत जोड़ो यात्रा है? आपके साथ टुकड़े-टुकड़े गैंग चल रहा है।"
शिवराज सिंह का बयान दिग्विजय सिंह की टिप्पणी के बाद आया है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर में दिग्विजय सिंह ने कहा था, "पुलवामा आतंकवाद का केंद्र बन चुका है वहां हर गाड़ी की जांच होती है, लेकिन एक गाड़ी बिना जांच पड़ताल के उल्टी दिशा से आती है और सुरक्षाकर्मियों के काफिले से टकराती है, जिसमें हमारे सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो जाते हैं। मगर भाजपा सरकार ने इस घटना की जानकारी लोकसभा और जनता के सामने क्यों नहीं रखी। इसी तरह सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं लेकिन प्रमाण कुछ नहीं दिया। भाजपा केवल झूठ पर राज कर रही है।"
दिग्विजय सिंह के बयान के बाद जब राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी तब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश को भी सामने आना पड़ा। जयराम नरेश ने इस बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा, "हम सुरक्षाबलों का सम्मान करते हैं। हमने सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं। आप जाकर प्रधानमंत्री से सवाल पूछें।"
कांग्रेस पार्टी ने भी दिग्विजय सिंह के बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा, "आज वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा व्यक्त किए गए विचार कांग्रेस पार्टी के नहीं, उनके व्यक्तिगत विचार हैं। 2014 से पहले यूपीए सरकार ने भी सर्जिकल स्ट्राइक की थी। राष्ट्रहित में सभी सैन्य कार्रवाइयों का कांग्रेस ने समर्थन किया है और आगे भी समर्थन करेगी।"