MP Ki Taja Khabar: आशा कार्यकर्ता को युवक ने चप्पलों से पीटा, धक्का दिया, बाल खींचे
By गुणातीत ओझा | Published: May 1, 2020 11:51 AM2020-05-01T11:51:36+5:302020-05-01T11:51:36+5:30
कोरोना वायरस से जंग में सबसे आगे खड़े स्वास्थ्यकर्मियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बीते दिनों स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में प्रकाश में आया है।
टीकमगढ़।कोरोना वायरस से जंग में सबसे आगे खड़े स्वास्थ्यकर्मियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बीते दिनों स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में प्रकाश में आया है। जहां, दबंगई दिखाते हुए एक युवक ने आशा कार्यकर्ता के साथ शर्मनाक हरकत की। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में तैनात आशा कार्यकर्ता अपनी टीम के साथ नारगुंडा गांव लोगों की जांच के लिए गईं थीं। जहां, उनके और स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ गांव के एक युवक ने अभद्र व्यवहार किया। जिस कारण टीम को बिना जांच किए ही वहां से वापस लौटना पड़ा। इसके बाद टीम ने पुलिस से घटना की शिकायत की। शिकायत में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस को बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी की गांव में कुछ लोग बाहर से आए हैं, जिसके बाद टीम आशा कार्यकर्ताओं के साथ उनकी जांच के लिए गई। इस दौरान गांव के एक युवक राजेंद्र अहिरवार ने टीम के साथ अभद्रता की। उसने एक आशा कार्यकर्ता के साथ मारपीट की उसे चप्पलों से मारा, उसके बाल खींचे और उसे धक्का दे दिया।
Accused, Rajendra Ahirwar has been arrested for attacking and misbehaving with the Asha worker in Nargunda village when she along with a medical team had gone to carry out medical checkup in the village: M Farroqui, Station House Officer, Rural Tikamgarh, Madhya Pradesh (30.4) https://t.co/b0MEWuofbCpic.twitter.com/EwLoTJWBbx
— ANI (@ANI) May 1, 2020
आशा कार्यकर्ता रामदेवी अहिरवार ने बताया कि युवक ने उन्हें अपनी चप्पल से मारा और बाल खींचे। इसके बाद विरोध करने पर आरोपी ने धक्का दे दिया। घटना 29 अप्रैल की है। टीकमगढ़ ग्रामीण के पुलिस अधिकारी एम फारूकी ने बताया कि नारगुंडा गांव में चिकित्सा जांच करने गई आशा कार्यकर्ता पर हमला करने और दुर्व्यवहार करने के आरोपी राजेंद्र अहिरवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बता दें कि सरकार ने इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों के साथ हिंसा को गैर जमानती अपराध बनाया है। साथ ही ऐसा करने वालों को सात साल की सजा हो सकती है। लेकिन फिर भी इस तरह की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है।