Madhya Pradesh: पहले चरण की वोटिंग का कम मतदान, किसको फायदा, किसको नुकसान
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: April 20, 2024 12:32 PM2024-04-20T12:32:18+5:302024-04-20T12:34:40+5:30
मध्य प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों पर हुई वोटिंग। 2019 के मुकाबले 7.5 फ़ीसदी कम रही। बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के धुआंधार प्रचार के बाद भी वोटिंग के कम प्रतिशत से नफे-नुकसान का आकलन तेज हो गया है। जानिए वोटिंग परसेंट से किसे होगा फायदा।
मध्यप्रदेश की छह लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर पीएम मोदी, कांग्रेस के नेता, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सभी ने वोटर से वोटिंग की अपील की है... बीजेपी और कांग्रेस को उम्मीद थी की वोटिंग का परसेंट यदि बड़ा तो वह उसके लिए फायदेमंद होगा.. लेकिन मध्य प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को हुई वोटिंग का प्रतिशत बताता है कि 2019 के मुकाबले वोटिंग प्रतिशत कम रहा है।
वोटिंग प्रतिशत के आंकड़ों पर नजर डालें तो
लोकसभा 2019 2024
छिंदवाड़ा 82.42 79.18
मंडला 77.76 72.49
बालाघाट 77.61 73.18
सीधी 69.50 55.19
शहडोल 74.73 63.73
जबलपुर 69.43 60.52
रहा है।
मध्य प्रदेश के 6 सीटों पर हुई वोटिंग प्रतिशत को लेकर अब नफा और नुकसान का आकलन भी तेज हो गया है। भाजपा ने वोटिंग के कम परसेंट के बावजूद भाजपा को जीत मिलने का दावा किया है।https://x.com/rajneesh4n/status/1781550981005926744?t=dRrwl-JV1FM7F8SAIhP8eg&s=08
तो वहीं कांग्रेस वोटिंग के कम प्रतिशत से खुद को फायदा होता हुआ बता रही है।
https://x.com/officeofknath/status/1781321571740909903?s=46&t=Wm9Nlm2KuZADOabKkTi3zg
2019 के लोकसभा चुनाव में जिन 6 लोकसभा सीटों पर वोटिंग का प्रतिशत कम रहा वहां पर पांच सीटों पर भाजपा ने और एक सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। ऐसे में अब राजनीतिक पंडितों के लिए भी यह आकलन करना मुश्किल हो गया है की वोटिंग का कम प्रतिशत किसके खाते में जाएगा किसको जीत और किसको नुकसान पहुंचाएगा।
लोकसभा चुनाव में कई सीटों पर एक तरफा मुकाबला बता रही भाजपा के लिए भी वोटिंग का कम प्रतिशत अच्छे संकेत नहीं है। लेकिन जनता के मन में 6 सीटों पर कौन है इसके लिए अब 4 जून का इंतजार करना होगा।