हेमंत करकरे शहीद लेकिन एसटीएफ चीफ के रूप में सही नहीं था उनका काम: लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन
By मुकेश मिश्रा | Published: May 1, 2019 02:14 PM2019-05-01T14:14:40+5:302019-05-01T14:32:51+5:30
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन मंगलवार को भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से मुलाकात के दौरान मुंबई पुलिस के पूर्व एसटीएफ हेमंत करकरे पर टिप्पणी की। प्रज्ञा ठाकुर कांग्रेस उम्मीदवार और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
मध्यप्रदेश में शहीद हेमंत करकरे का अपमान किए जाने का सिलासिला जारी है। अब अपमान लोकसभा की स्पीकर तथा इन्दौर से भाजपा की आठ बार की सांसद सुमित्रा महाजन ने किया। महाजन ने कहा कि करकरे ड्यूटी के दौरान मारे गए थे, इसलिए उन्हें शहीद माना जाएगा लेकिन महाराष्ट्र एटीएस प्रमुख के रुप में उनकी भूमिका सन्देह से परे नहीं।
श्रीमती महाजन साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से भी मुलाकात की। वहीं, स्पीकर महाजन के इस बयान पर पलटवार करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे गर्व है कि अशोक चक्र विजेता शहीद हेमंत करकरे के साथ आप (महाजन) ने मुझे जोड़ा।
मध्यप्रदेश प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मैदान में है तो दूसरी ओर से मालेगाँव बम ब्लास्ट में आरोपी रही साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भाजपा ने उनके सामने उतरा है। देश भर की नज़र इस सीट पर लगी हुई है।
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सबसे पहले हेमंत करकरे की शहादत पर सावलिया निशाना लगा कर देश की राजनीति में भूचाल ला दिया था। उनके बयान पर जब भाजपा पर चौतरफा हमला हुआ तो भाजपा ने उनके बयान से कन्नी कटते हुए कहा कि वे हेमंत करकरे को शहीद मानती है।
सुमित्रा महाजन ने खड़ा किया हेमंत करकरे की शहादत पर सवाल
प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बाद अब भाजपा की वरिष्ठ नेता और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने करकरे की शहदत पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के दौरान हेमंत करकरे की निधन हुआ है। इसलिए उन्हें शहीद माना जायेगा लेकिन महाराष्ट्र एटीएस के प्रमुख के रुप में उनकी भूमिका सन्देह के घेरे में है।
कहा जाता है कि करकरे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और भोपाल से प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के सम्पर्क में थे।
यही नहीं श्रीमती महाजन ने कहा कि दिग्विजय सिंह के इशारे पर ही एटीएस ने इन्दौर से कई लोगों को गिरफ्तार किया था।इन्दौर से सांसद होने के नाते मैंने महाराष्ट्र एटीएस की कार्रवाई की जानकारी चाही थी लेकिन मुझे नहीं दी गई। इन्दौर से जिस दिलीप पाटीदार को आंतकी मान कर एटीस उठा कर ले गयी थी वह आज तक गायब है। इससे संदेह तो होगा।
वहीं श्रीमती महाजन के इस बयान पर दिग्विजय सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि सुमित्रा ताई, मुझे गर्व है कि मेरा नाम अशोक चक्र विजेता शहीद हेमंत करकरे के साथ आप मुझे जोड़ती हैं। सुमित्रा ताई, मैं धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के हमेशा खिलाफ रहा हूँ। मुझे गर्व है कि मुख्यमंत्री रहते हुए मुझें सिमी और बजरंग दल दोनों को बैन करने की सिफारिश करने का साहस था। मेरे लिए देश सर्वोपरि है,ओछी राजनीति नहीं।
इस बयान के बाद स्पीकर महाजन प्रदेश भाजपा कार्यालय में भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से मुलाकात की। इस मुलाकात में स्पीकर के साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा भी मौजूद थे। स्पीकर ने साध्वी को विजयी होने का आशीर्वाद भी दिया।