Exit Polls 2019: उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीटों पर कांटे की टक्कर, इन दिग्गजों के बीच कड़ा मुकाबला!
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 21, 2019 08:17 AM2019-05-21T08:17:29+5:302019-05-21T08:18:56+5:30
इस चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ रालोद के मुखिया चौधरी अजित सिंह का सियासी वजूद भी दांव पर लगा है. एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में कई हाई प्रोफाइल सीटों पर चौंकाने वाले नतीजों का अनुमान लगाया गया है. अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी कड़ी टक्कर दे रही हैं, वहीं मैनपुरी में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की राह आसान नहीं है.
लोकसभा चुनाव के नतीजे तो 23 मई को आएंगे,लेकिन एग्जिट पोल के नतीजों के बाद सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष हर कोई अपनी रणनीति बनाने में जुटा है. उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटों के लिए भाजपा और सपा-बसपा-रालोद गठबंधन में जबर्दस्त टक्कर है. कुछ एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि यूपी में मायावती और अखिलेश की जोड़ी कमाल नहीं दिखा पाएगी.
इस चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ रालोद के मुखिया चौधरी अजित सिंह का सियासी वजूद भी दांव पर लगा है. एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में कई हाई प्रोफाइल सीटों पर चौंकाने वाले नतीजों का अनुमान लगाया गया है. अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी कड़ी टक्कर दे रही हैं, वहीं मैनपुरी में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की राह आसान नहीं है.
इस एग्जिट पोल के मुताबिक अजित सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी भी कांटे के मुकाबले में फंस गए हैं. अमेठी में लगातार सक्रिय रहीं स्मृति एक्सिस माय इंडिया के पोल के मुताबिक अमेठी में 2014 के चुनाव में राहुल गांधी से हारने के बावजूद स्मृति इरानी यहां लगातार सक्रिय रही हैं. इसके कारण इस बार दोनों में कांटे का मुकाबला है.
पिछली बार अमेठी में राहुल की जीत का अंतर गिरकर 1.07 लाख तक पहुंच गया था. मैनपुरी में मुलायम को मिल रही टक्कर मैनपुरी सीट पर मुलायम सिंह यादव ने ऐलान किया था कि वह अपना आखिरी चुनाव लड़ रहे हैं. यादव परिवार का यह सीट गढ़ है और मुलायम कभी इस संसदीय सीट से नहीं हारे हैं. इस बार भाजपा ने प्रेम सिंह शाक्य को उनके खिलाफ उतारा है.
एग्जिट पोल के मुताबिक शाक्य मुलायम को अच्छी टक्कर दे रहे हैं. 2014 में मुलायम ने यहां से 3.64 लाख लोटों से जीत हासिल की थी. डिंपल गंवा सकती कन्नौज सीट कन्नौज में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनाव लड़ रही हैं. एग्जिट पोल के मुताबिक डिंपल यह सीट गंवा सकती हैं.
भाजपा ने एक बार फिर यहां से सुब्रत पाठक को उतारा है. 2014 के चुनाव में डिंपल ने केवल 29 हजार से ज्यादा मतों से सुब्रत को शिकस्त दी थी. सुलतानपुर में मुश्किल में फंस गई मेनका सुलतानपुर सीट पर भाजपा ने इस बार वरु ण गांधी की जगह मेनका गांधी को उतारा है.
एग्जिट पोल के मुताबिक यहां मेनका गांधी मुश्किल में फंस गई हैं. उन्हें बसपा के चंद्रभद्र सिंह सोनू से कड़ी टक्कर मिल रही है. कांग्रेस ने यहां से डॉ. संजय सिंह को टिकट दिया है. अजित सिंह की बालियान से कड़ा मुकाबला वेस्ट यूपी की सबसे चर्चित सीट मुजफ्फरनगर में इस बार जबरदस्त टक्कर बताई जा रही है.
एग्जिट पोल के मुताबिक यहां रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह और भाजपा के संजीव बालियान में मुकाबला है. बालियान ने पिछली बार का चुनाव 4 लाख से ज्यादा वोटों से जीता था. जयंत को भी मिल रही है कड़ी टक्कर चौधरी अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी इस बार मथुरा की बजाए अपने परिवार की बागपत सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
भाजपा ने फिर डॉ. सत्यपाल सिंह को उतारा है. सत्यपाल और जयंत के बीच कड़ी टक्कर है. 2014 के लोकसभा चुनाव में सत्यपाल ने अजित सिंह को शिकस्त दी थी. चाचा-भतीजे को हरा सकती है भाजपा फिरोजाबाद सीट पर यादव परिवार के बीच घमासान का फायदा भाजपा को मिल सकता है. यहां सपा महासचिव राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव को पार्टी ने उतारा है.
अक्षय के खिलाफ उनके चाचा शिवपाल यादव भी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया से चुनाव लड़ रहे हैं. एग्जिट पोल के मुताबिक यहां से भाजपा के चंद्रसेन जादौन चुनाव जीत सकते हैं. बदायूं में मुलायम के भतीजे भी फंसे बदायूं में मुलायम सिंह के भतीजे धर्मेंद्र यादव की सीट भी हाथ से निकलती दिख रही है.
भाजपा ने यहां यूपी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य को उतारा है. कांग्रेस ने सलीम इकबाल शेरवानी को टिकट दिया है. एग्जिट पोल की मानें तो धर्मेंद्र के वोट शेयर में सेंध लगी है. पिछली बार वह 1.66 लाख से ज्यादा मतों से विजयी रहे थे.