Lokmat Parliamentary Awards 2023: सर्वश्रेष्ठ सांसद के अवॉर्ड से नवाजे गए सस्मित पात्रा, समाज के लिए उठाए अहम कदम

By आकाश चौरसिया | Published: February 6, 2024 05:06 PM2024-02-06T17:06:22+5:302024-02-06T17:29:38+5:30

राज्यसभा के अपने पहले कार्यकाल यानी साल 2019 से 2022 के बीच उन्होंने राज्यसभा की कई समीति के सदस्यों के रूप में भी अपना अहम योगदान दिया।

Lokmat Parliamentary Awards 2023 Sasmit Patra awarded the Best Parliamentarian Award took important steps for the society | Lokmat Parliamentary Awards 2023: सर्वश्रेष्ठ सांसद के अवॉर्ड से नवाजे गए सस्मित पात्रा, समाज के लिए उठाए अहम कदम

फाइल फोटो

Highlightsबीजू जनता दल ने दोबारा साल 2022 में उन्हें राज्यसभा के लिए नामित कियाराज्यसभा में सस्मित पात्रा का ये दूसरा कार्यकाल हैसस्मित पात्रा चर्चा में तब आएं जब जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया था

Lokmat Parliamentary Awards 2023: शिक्षाविद, समाजिक कार्यकर्ता और राजनेता के रूप में अपनी पहचान रखने वाले 45 साल के सस्मित पात्रा ओडीशा से बीजू जनता दल के राज्यसभा सांसद हैं। पहली बार जून 2019 में बीजेडी ने उन्हें पार्टी का नेतृत्व करने के लिए राज्यसभा के लिए नामित किया। पात्रा को राज्यसभा में ओडीशा के मुद्दों को सरकार के सामने प्रमुखता से उठाने के लिए जाना जाता है।

राज्यसभा के अपने पहले कार्यकाल यानी साल 2019 से 2022 के बीच उन्होंने राज्यसभा की कई समीति के सदस्यों के रूप में भी अपना अहम योगदान दिया। इन समीतियों में लाभ के पद संबंधी संयुक्त समिति, शिक्षा, महिला, बाल, युवा कार्यक्रम और खेल संबंधी समिति, विदेश मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति और विशेषाधिकार समिति में सदस्य के रूप में काम किया।

सस्मित पात्रा के कार्यों को देखते हुए बीजू जनता दल ने दोबारा साल 2022 में उन्हें राज्यसभा के लिए नामित किया। राज्यसभा में सस्मित पात्रा का ये दूसरा कार्यकाल है। सस्मित पात्रा एक भाषण से तब सुर्खियों में आए, जब साल 2023 में उन्हें बहरीन में अंतर-संसदीय संघ की बैठक में भारत के प्रतिनिधि के तौर पर उन्हें बात रखने मौका दिया गया।

तब उन्होंने इस मंच जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान को जमकर आड़े हाथों लिया था। उन्होंने पाकिस्तान पर प्रोपेगेंडा फैलाने और भारतीय क्षेत्र को जबरन कब्जाने का आरोप लगाया था, साथ ही उसे तुरंत खाली करने की सलाह दी थी। बहरीन में भारत के प्रतिनिधी के तौर पर पाकिस्तान पर हमले का ये वीडियो भारतीय मीडिया की सुर्खियां बना था। उसके बाद से सस्मित पात्रा की एक बड़े और मझे हुए राजनेता के तौर पर पहचान बनी। 

सस्मित पात्रा का जन्म ओडिशा के कटक जिले में 23 मार्च साल 1979 को हुआ था। उनके पिता का नाम डॉ. स्वरूपानंद पात्रा और माता का नाम रश्मि महापात्रा है। उन्होंने बी.ए. एल.एल.बी. एमबीए, पीएचडी की डिग्री उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर औप इलाहाबाद एग्रीकल्चरल इंस्टीट्यूट उत्तर प्रदेश से हासिल की है। 6 फरवरी 2004 को उनका विवाह डॉ. श्वेता मिलिसेंट पॉल के साथ हुआ, इन दोनों से एक बेटा और बेटी है। 

संसद और जनता के प्रति इनकी प्रतिबद्धता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्यसभा के 262वें सत्र में इनकी उपस्थिती करीब 93 फीसदी रही। 14 दिनों तक सेशन चला और पात्रा संसद में 13 दिन उपस्थित रहे। अपने कार्यकाल में उन्होंने 439 सवाल किए और संसद की 1464 वाद-विवाद कार्यवाहिओं में भाग लिया। उनकी जनता और संसद के प्रति प्रतिबद्धता को देखते हुए ही जुलाई 2020 में सस्मित पात्रा का नाम राज्य सभा के उप-सभाध्यक्षों के पैनल में भी शामिल किया गया था।

Web Title: Lokmat Parliamentary Awards 2023 Sasmit Patra awarded the Best Parliamentarian Award took important steps for the society

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