Lokmat Parliamentary Awards 2023: "सांसदों को उनके काम के लिए सम्मानित करना सभी का दायित्व...", लोकमत संसदीय पुरस्कार में बोले राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल
By अंजली चौहान | Updated: February 6, 2024 16:38 IST2024-02-06T16:36:33+5:302024-02-06T16:38:47+5:30
‘लोकमत’ संसदीय पुरस्कारों का पांचवां पुरस्कार समारोह में आज प्रफुल्ल पटेल मौजूद हैं और उनका कहना है कि सांसदों को सम्मानित करना हम सभी का कर्तव्य है।

Lokmat Parliamentary Awards 2023: "सांसदों को उनके काम के लिए सम्मानित करना सभी का दायित्व...", लोकमत संसदीय पुरस्कार में बोले राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल
Lokmat Parliamentary Awards 2023: सर्वाधिक विश्वसनीय और प्रतिष्ठित ‘लोकमत’ संसदीय पुरस्कारों का पांचवां पुरस्कार समारोह आज दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। मुख्य अतिथि केंद्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के हाथों पुरस्कारों का वितरण किया गया। आठ अलग-अलग श्रेणियों में इस साल यानी 2023 के ‘लोकमत’ संसदीय पुरस्कारों के लिए 8 सांसदों का चयन किया गया है। पुरस्कार वितरण समारोह मंगलवार को नई दिल्ली में जनपथ रोड पर स्थित डॉ. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में संपन्न हो रहा है।
कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने कहा, "हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम सांसदों को उनके अच्छे काम के लिए सम्मानित करें।"
दरअसल, प्रफुल्ल पटेल इस बार लोकमत पार्लियामेंटरी अवार्ड समिति में शामिल हैं। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि उनका और लोकमत का कितना पुराना रिश्ता है।
बता दें कि लोकमत पार्लियामेंटरी अवार्ड समिति के अध्यक्ष एवं लोकसभा के पूर्व महासचिव एवं संविधान विशेषज्ञ डॉ. सुभाष कश्यप की अध्यक्षता वाली जूरी ने संसदीय पुरस्कारों के लिए राज्यसभा और लोकसभा से चार-चार सांसदों का चयन किया। इस जूरी में लोकमत मीडिया समूह के एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन एवं पूर्व सांसद डॉ. विजय दर्डा, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीररंजन चौधरी, सांसद भवतृहरि महताब, सांसद सी. आर. पाटिल, सांसद एन. के. प्रेमचंद्रन, सांसद तिरुचि शिवा, सांसद डॉ. रजनी पाटिल, एबीपी न्यूज के कार्यकारी उपाध्यक्ष राजीव खांडेकर और लोकमत समूह के राष्ट्रीय संपादक हरीश गुप्ता शामिल थे।
‘लोकमत’ संसदीय पुरस्कारों के विजेताओं का चयन करने के लिए जूरी पैनल ने वर्ष 2023 के दौरान लोकसभा के साथ-साथ राज्यसभा में सभी सांसदों के प्रदर्शन का अध्ययन किया। संसद के दोनों सदनों में सांसदों के सकारात्मक प्रदर्शन की समीक्षा करने और उन्हें वर्ष के दौरान प्रोत्साहित करने के लिए 2017 में ‘लोकमत’ संसदीय पुरस्कार की अवधारणा अस्तित्व में आई। तत्कालीन उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने पुरस्कार प्रदान किए। उसके बाद कोरोना संकट के कारण वर्ष 2020 और 2021 में पुरस्कार समारोह आयोजित नहीं किया जा सका। 2022 के विजेता सांसदों को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ‘लोकमत’ संसदीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
पिछले विजेता
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, ‘भारत रत्न’ लालकृष्ण आडवाणी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, स्व. मुलायम सिंह यादव, गुलामनबी आजाद, भातृहरि महताब, सौगत राय, स्व. शरद यादव, सीताराम येचुरी, जया बच्चन, तिरुचि शिवा, निशिकांत दुबे, सुप्रिया सुले, हेमामालिनी, भारती पवार, सुष्मिता देव, मीनाक्षी लेखी, डॉ. रजनी पाटिल, डेरेक ओ’ब्रायन, वंदना चव्हाण, मनोज झा, असदुद्दीन ओवैसी, तेजस्वी सूर्या, लॉकेट चटर्जी, एन. के. प्रेमचंद्रन, रमा देवी, कनिमोली, छाया वर्मा, विप्लव ठाकुर, कहकशा परवीन को ‘लोकमत’ संसदीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।