Lokmat Impect: खबर पर संज्ञान,28 हजार पदों पर होगी भर्ती, MP सामान्य प्रशासन विभाग का PEB को पत्र
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: January 27, 2024 12:44 PM2024-01-27T12:44:21+5:302024-01-27T12:46:32+5:30
लोकमत की खबरों पर MP सरकार ने लिया संज्ञान। कर्मचारी मंडल (PEB) की रुकी परीक्षाओं के नतीजे होंगे घोषित। मोहन सरकार तय किया फार्मूला।
कर्मचारी चयन मंडल की परीक्षाओं ेके रिजल्ट होंगे घोषित
मध्य प्रदेश में लाखों युवाओं के भविष्य से जुड़े मामले को लेकर लोकमत की दिखाई खबर का असर हुआ है। मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने कर्मचारी चयन मंडल के द्वारा आयोजित सरकारी पदों पर भर्ती परीक्षाओं के नतीजे घोषित करने का ऐलान कर दिया है। मध्य प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य से जुड़े और सरकारी पदों पर भर्ती को लेकर परेशान परीक्षार्थियों के लिए अच्छी खबर है। मध्य प्रदेश की मोहन सरकार ने कर्मचारी चयन मंडल के द्वारा आयोजित परीक्षाओं के नतीजे घोषित करने का ऐलान कर दिया है। सीएम मोहन के ऐलान के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने कर्मचारी चयन मंडल को नतीजे घोषित करने का फार्मूला सुझाया है।
शिवराज सरकार के कार्यकाल में हुई थी परीक्षाएं
दरअसल मध्य प्रदेश में शिव राज में चुनाव के पहले आधा दर्जन परीक्षाओं के जरिए सरकारी पदों पर भर्ती की तैयारी हुई थी। लेकिन परीक्षाओं में हुई गड़बड़ी और आरक्षण फार्मूले को लेकर परीक्षाओं के नतीजे अब तक घोषित नहीं हो पाए ।
लोकमत ने खबरों के जरिए उठाया था मुद्दा
लोकमत ने 18 जनवरी को दिखाई एक खबर में सवाल उठाया था कि क्या शिवराज के दाग मोहन धो पाएंगे? इसके बाद 19 जनवरी को लोकमत ने सरकार को आइना दिखाया था कि जब एक विभाग के अधीन परीक्षा लेने वाली दो एजेंसियां हैं जिसमें से एक एजेंसी एमपीपीएससी परीक्षाओं के नतीजे घोषित कर रही है तो दूसरी तरफ कर्मचारी चयन मंडल में वह फार्मूला क्यों लागू नहीं किया जा रहा?
इसी खबर को संज्ञान लेते हुए मोहन सरकार ने अब सभी परीक्षाओं के नतीजे जल्द घोषित करने का ऐलान किया है और वहीं राज्य सरकार ने कर्मचारी चयन मंडल को 87- 13 का फार्मूला सुझाया है। पत्र में PEB को MPPSC के घोषित नतीजे की तरह कर्मचारी चयन मंडल के नतीजे घोषित करने का सुझाव दिया है । इसके तहत 87 पदों पर नतीजे घोषित होंगे जबकि 13 फीसदी पदों की चयन सूची कोर्ट के अंतिम आदेश के बाद जारी होगी।
किन परीक्षाओ के रिजल्ट होंंगे घोषित
दरसल मध्य प्रदेश में चुनाव के पहले आयोजित पटवारी भर्ती, वनरक्षक भर्ती, पुलिस कांस्टेबल, कृषि विस्तार अधिकारी जैसे विभागों में भर्ती के लिए परीक्षाएं आयोजित की थी जिसमें 25 लाख से ज्यादा युवाओं ने हिस्सा लिया था और लंबा समय बीत जाने के बाद इन परीक्षाओं के नतीजे घोषित नहीं हो पाए। सरकार के इस सिस्टम पर लोकमत के सवाल उठाने के बाद सरकार ने अब नतीजे घोषित करने की तैयारी कर ली है।