Lokmat Exclusive Interview: बहराइच सांसद सावित्री बाई फुले ने बताई बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल होने वजह
By स्वाति सिंह | Published: March 6, 2019 02:23 PM2019-03-06T14:23:50+5:302019-03-06T16:41:05+5:30
बीजेपी से इस्तीफा दे चुकीं बहराइच की सांसद सावित्रीबाई फुले ने शनिवार को कांग्रेस का हाथ थामा है। कांग्रेस में शामिल होने पर उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरदित्य सिंधिया ने स्वागत किया।
बहराइच की सांसद सावित्रीबाई फुले ने शनिवार को कांग्रेस का हाथ थामा है। लोकमत न्यूज़ से खास बातचीत में सावित्री बाई फुले ने आरोप लगाया कि पीएम मोदीने गरीबों का वोट पाने के लिए अपनी जाति को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में शामिल करवाया था।
सावित्री बाई फूले ने कहा ' इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह झूठ बोलते हैं वह खुद को चाय बेचने वाला बताते हैं लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि वह चाय बेचते थे वह तो आरएसएस से हैं, वे अक्सर कहते हैं कि उनकी मां लोगों के घर बरतन मांजती थी लेकिन इस बात का भी कोई सबूत नहीं है।'
लोकमत न्यूज़ से सावित्रीबाई फुले ने खास बातचीत की और उन्होंने बताया कि आखिर क्यों कांग्रेस का हाथ थामा।पढ़िए इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के चुनिंदा अंश-
- आपने कांग्रेस क्यों जॉइन किया?
भारत के संविधान को बचाने के लिए, आरक्षण को बचाने के लिए, बहुजन समाज को उनका हक़ दिलाने के लिए मैंने कांग्रेस का हाथ थामा है।बीजेपी लगातार भारत के सविधान को बदलने साजिश कर रही है।मैंने लगातर लोकसभा में अपनी मांग रखी लेकिन बीजेपी ने अनसुना किया।और आज के समय में अगर बीजेपी को कोई हरा सकता है तो वो सिर्फ कांग्रेस पार्टी है। इसलिए बीजेपी को हराने के लिए, नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए मैंने कांग्रेस जॉइन किया है।
- कांग्रेस पार्टी जॉइन करने के लिए आपने पार्टी के पास अपना प्रस्ताव भेजा या पार्टी ने खुद आपके पास प्रस्ताव भेजा है?
बीजेपी हराना है तो कांग्रेस को हमारी जरूरत है और हमे कांग्रेस की।देश में विकल्प के रूप में और कोई पार्टी नहीं जो बीजेपी को हर सके।बीजेपी को हराने के लिए देश में 40 लोगों से संपर्क किया है कि सब गठबंधन में चुनाव लड़े। जिससे हम उन्हें हरा सके।मैं लगातार सभी पार्टियों के संपर्क में रही लेकिन जब मैंने मुलायम सिंह का बयान देखा जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री पद के नरेंद्र मोदी के पक्ष में बयान दिया।ऐसे में मुझे लगा की कहीं ना कहीं इनकी मिली भगत है और मैंने कांग्रेस जॉइन कर किया।
- कांग्रेस पर भी लगातार ब्राह्मणवादी होने के आरोप लगते हैं, तो ऐसे में क्या आपको लगता है वह आपकी उम्मीदों पर खरे उतर पाएंगे?
जो पहले कांग्रेस थी अब वह नहीं रही।पार्टी में काफी परिवर्तन आया है।आज उन्हें इस बात का एहसास है कि देश में सभी को साथ लेकर चलना चाहिए।उनकी जरूरत दलित, पिछड़ो और मुस्लिम की है तो मेरी भी जरूरत है कि अगर बीजेपी को कोई हरा सकता है तो केवल कांग्रेस।इसलिए आज देश का दलित, पिछड़ो और मुस्लिम समाज कांग्रेस के साथ है।
गत लोकसभा चुनाव में सावित्री भाजपा के टिकट पर बहराइच से निर्वाचित हुईं थी। पिछले साल दिसंबर में उन्होंने भाजपा पर अपनी उपेक्षा करने और समाज में बंटवारे की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि उत्तर प्रदेश के बहराइच लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) की सांसद सावित्री बाई फुले ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बीजेपी को छोड़ने के बाद सावित्री बाई फुले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा था।
उल्लेखनीय है कि फूले कई मौकों पर पार्टी लाइन से हटकर बयान देकर पहले भी विवादों में रही हैं। वह अनुसूचित जातियों से जुड़े मुद्दों पर भाजपा की कटु आलोचना करती रहीं हैं। पार्टी इस समुदाय को लुभाने की कोशिश करती रही है। फुले के जाने से उसकी इस कवायद को धक्का लगा है।