लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज कर सकते हैं संसद सत्र के विस्तार की घोषणा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 23, 2019 01:27 PM2019-07-23T13:27:03+5:302019-07-23T13:27:03+5:30
बैठक में मौजूद सूत्रों ने सोमवार को बताया कि विपक्ष ने सरकार को स्पष्ट किया कि वे ऐसे कदम के पक्ष में नहीं हैं। सूत्रों ने बताया कि बिरला की अध्यक्षता में हुई कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के दौरान सरकार ने विपक्षी दलों को बताया कि वह मौजूदा संसद सत्र में विस्तार चाहती है।
संसद के मौजूदा सत्र को अगले तीन दिन तक के लिये बढ़ाया जा सकता है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों का कहना है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इस संबंध में मंगलवार को सदन में घोषणा कर सकते हैं।
संसद सत्र के विस्तार पर कार्य मंत्रणा समिति में भी चर्चा की गयी। बैठक में मौजूद सूत्रों ने सोमवार को बताया कि विपक्ष ने सरकार को स्पष्ट किया कि वे ऐसे कदम के पक्ष में नहीं हैं। सूत्रों ने बताया कि बिरला की अध्यक्षता में हुई कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के दौरान सरकार ने विपक्षी दलों को बताया कि वह मौजूदा संसद सत्र में विस्तार चाहती है।
सरकार के सूत्रों के अनुसार विवादित तीन तलाक विधेयक समेत 24 से अधिक विधेयक लंबित हैं और सरकार अपने विधायी कार्य को पूरा करने की इच्छुक है।
सरकार संसद के वर्तमान सत्र को 10 दिन बढ़ाने पर विचार कर रही है। सूत्रों ने इस आशय की जानकारी दी है। भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल की सोमवार को हुई बैठक में संसद के वर्तमान सत्र को बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई।
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य मंत्री एवं सांसद मौजूद थे । सूत्रों ने बताया कि बैठक में अमित शाह ने सांसदों से कहा कि 10 दिन के लिए संसद के सत्र को बढ़ाए जा सकता है।
भाजपा संसदीय दल की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने सांसदों से कहा कि सत्र 10 दिन के लिए बढ़ाना पड़ सकता है और उसके लिए सांसदों को तैयार रहना चाहिए। इस बारे में पूछे जाने पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि इसकी संभावना है।
सूत्रों के अनुसार बैठक में शाह ने कहा कि सरकार ने इस सत्र में दो दर्जन विधेयक सूचीबद्ध किए हैं जिन्हें सरकार पारित करवाना चाहती है। भाजपा संसदीय दल की बैठक में नए संगठन महामंत्री बी एल संतोष का भी परिचय कराया गया जो बैठक में मौजूद थे।
इसके अलावा जल शक्ति मंत्रालय से जुड़ी प्रस्तुति दी गई जिसमें पानी की कमी को लेकर चर्चा हुई। बैठक में जल संचय के महत्व पर चर्चा की गई और सभी सदस्यों से उनके क्षेत्रों खासकर आकांक्षी जिलों में जल संचय से जुड़े कार्यो को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया।