राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए मैनिफेस्टो जारी कर दिया है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने घोषणा पत्र जारी करते हुे कहा कि जातिगत जनगणना और प्रमोशन में आरक्षण मुख्य मुद्दा है।
आरजेडी के घोषणापत्र का नाम प्रतिबद्धता पत्र है। तेजस्वी ने कहा कि वह बिहार में ताड़ी को वैध करेंगे। उन्होंने कहा कि ताड़ी को बेचना और खरीदना गैर कानूनी नहीं होगा। हालांकि ताड़ी को वैध करने की बात मैनिफेस्टो में शामिल नहीं है। बता दें कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद 1 अप्रैल 2016 से शराबबंदी लागू है।
जानें आरजेडी के चुनावी मैनिफेस्टो की 10 बड़ी घोषणाएं...
- 2021 तक जातिगत जनगणना कराएंगे।
- बिहार से पलायन रोकने की कोशिश करेंगे
- खाली पड़े सरकारी पदों को भरेंगे
- शिक्षा में जीडीपी का 6 प्रतिशत खर्च करेंगे
- स्वास्थ्य में जीडीपी का 4 प्रतिशत खर्च करेंगे
- प्रमोशन में भी आरक्षण देंगे
- 200 प्वाइंट रोस्टर को लागू करेंगे
- निजी क्षेत्र में एससी-एसटी और पिछड़ों के लिए नौकरी में आरक्षण की व्यवस्था करेंगे
- दलित-पिछड़ों को आबादी के मुताबिक आरक्षण देंगे।
बिहार में आरजेडी 19 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि एक सीट उसने अपने कोटे से भाकपा माले के लिए छोड़ी है। महागठबंधन में शामिल कांग्रेस नौ सीटों पर, वीआईपी पार्टी तीन, हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा तीन जबकि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। यहां सात चरणों में मतदान होगा। लोकसभा चुनाव 2014 में बिहार में बीजेपी ने 22, एलजेपी ने 6, रालोसपा ने तीन, आरजेडी ने चार, कांग्रेस ने दो और जेडीयू ने दो सीटें जीती थी।