Lok Sabha Elections: एचडी कुमारस्वामी और बसवराज बोम्मई ने दिया इस्तीफा, क्या है वजह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 15, 2024 13:35 IST2024-06-15T13:34:26+5:302024-06-15T13:35:46+5:30
Lok Sabha Elections: मांड्या लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए कुमारस्वामी अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री हैं, जबकि बोम्मई हावेरी लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।

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Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव में निर्वाचित हुए जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के नेता एच.डी. कुमारस्वामी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता बसवराज बोम्मई ने शनिवार को राज्य विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। आधिकारिक बयान में कहा गया कि कुमारस्वामी और बोम्मई ने विधानसभा अध्यक्ष यू.टी खादर को यहां उनके कार्यालय में अपना इस्तीफा सौंपा। कुमारस्वामी चन्नापटना और बोम्मई शिग्गांव विधानसभा सीट से विधायक थे। मांड्या लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए कुमारस्वामी अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री हैं, जबकि बोम्मई हावेरी लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। संबंधित दोनों विधानसभा सीट रिक्त होने के बाद निर्वाचन आयोग को अब इन सीट पर उपचुनाव की घोषणा करनी होगी।
असम के सबसे लंबे समय तक विधायक रहे एजीपी के फणी भूषण चौधरी ने लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। बारपेटा लोकसभा सीट से जीतने वाले चौधरी ने पार्टी प्रमुख अतुल बोरा और राज्यसभा सदस्य बीरेंद्र प्रसाद बैश्य सहित असम गण परिषद (एजीपी) के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में विधानसभा अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी को अपना त्यागपत्र सौंपा।
वह 1985 से लगातार बोंगाईगांव विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे और 1996 से 2001 तक एजीपी की दूसरी सरकार के दौरान मंत्री रहे। वह 2016 से 2021 तक भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में भी मंत्री थे। उन्होंने 2014 में भी लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली थी, क्योंकि तब एजीपी का किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं था।
पत्रकारों से बात करते हुए चौधरी (72) भावुक हो गए और उन्होंने बोंगाईगांव के लोगों का उनपर निरंतर विश्वास जताने के लिए आभार व्यक्त किया। चौधरी पिछले 15 वर्षों में लोकसभा के लिए चुने जाने वाले एजीपी के पहले नेता हैं। इससे पहले 2009 में जोसेफ टोप्पो पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते थे। पार्टी ने इस लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा नीत गठबंधन के तहत दो सीट पर चुनाव लड़ा था।