Lok Sabha Elections 2024: यूपी कांग्रेस की मांग- 'गांधी परिवार लड़े अमेठी, रायबरेली से चुनाव', नरेंद्र मोदी को अजय राय दे सकते हैं टक्कर, जानिए संभावित प्रत्याशियों के नाम
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 11, 2024 09:55 AM2024-03-11T09:55:09+5:302024-03-11T10:05:00+5:30
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की नवगठित राज्य चुनाव समिति ने 'सर्वसम्मति' से इस बात की सिफारिश की कि अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट से गांधी परिवार को चुनाव लड़ना चाहिए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस की नवगठित राज्य चुनाव समिति ने बीते रविवार को 'सर्वसम्मति' से इस बात की सिफारिश की कि अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट से गांधी परिवार को चुनाव लड़ना चाहिए।
यूपी कांग्रेस की ओर से यह मांग उस वक्त में आयी है, जब हाल ही में सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा के लिए चुनी गईं और कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए 39 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की है, जिसमें राहुल गांधी को फिर से वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामांकित किया गया है।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार लखनऊ में रविवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश पांडे की अगुवाई में हुई पहली बैठक में राज्य चुनाव समिति ने उन 17 सीटों के नामों पर चर्चा की, जिन पर कांग्रेस पार्टी को इंडिया गठबंधन के तहत यूपी में चुनाव लड़ना है।
बैठक के बाद अविनाश पांडे ने कहा, “रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीटों पर विस्तृत चर्चा हुई। रायबरेली और अमेठी का संबंध हमेशा से गांधी परिवार से रहा है और ये लोकसभा सीटें उनके करीब रही हैं। इसलिए हमने अमेठी और रायबरेली में कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पदाधिकारियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से अनुरोध किया जाए कि वहां जो भी नाम तय किए जाएं, वे गांधी परिवार से ही होने चाहिए लेकिन अंतिम निर्णय उनके द्वारा ही लिया जाएगा।”
पार्टी के राज्य चुनाव समिति की दो घंटे तक चली बैठक के दौरान बैठक में शामिल सदस्यों के बीच अन्य 15 सीटों के संभावित उम्मीदवारों पर भी चर्चा हुई। सूत्रों ने कहा कि कम से कम तीन अन्य सीटें थीं, जिनके लिए केवल एक नाम पर विचार किया जाना था। इनमें वाराणसी से राज्य इकाई के अध्यक्ष अजय राय, सहारनपुर से पूर्व विधायक इमरान मसूद और बाराबंकी से तनुज पुनिया शामिल थे।
पार्टी के एक नेता ने कहा, “11 लोकसभा सीटों पर समिति के सदस्यों ने स्थानीय जाति समीकरणों और आवेदकों की प्रोफ़ाइल को देखा और एक नाम को शॉर्टलिस्ट किया, जिसे केंद्रीय नेतृत्व को प्रस्तावित किया गया है। इन सीटों में झांसी भी शामिल है, जहां से पूर्व सांसद प्रदीप जैन आदित्य का नाम सुझाया गया है। वहीं पूर्व सांसद राज बब्बर का नाम फ़तेहपुर सीकरी के लिए, मौजूदा विधायक वीरेंद्र चौधरी का नाम महराजगंज के लिए, पूर्व सांसद कमल किशोर कमांडो का बांसगांव के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है।''
सूत्रों ने बताया कि कुछ सीटों पर दो से तीन नाम केंद्रीय चुनाव समिति को विचार के लिए प्रस्तावित किये गये हैं। एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “देवरिया के लिए पार्टी उम्मीदवार के नाम पर फैसला करना काफी मुश्किल हो गया है, जहां से कई मजबूत दावेदार हैं। देवरिया से पूर्व विधायक और राज्य इकाई के प्रमुख अजय कुमार लल्लू, आईवाईसी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव चंद और पूर्व विधायक और पार्टी प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह का नाम दौड़ में सबसे आगे है। इसलिए तीनों नाम केंद्रीय नेतृत्व को प्रस्तावित किए गए हैं।”
मालूम हो कि यूपी में इंडिया गठबंधन सीट-बंटवारे समझौते के हिस्से के रूप में समाजवादी पार्टी और अन्य 80 लोकसभा सीटों में से 63 पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि कांग्रेस के लिए 17 सीटें छोड़ी जाएंगी। इन 17 सीटों में रायबरेली, अमेठी, कानपुर, फ़तेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलन्दशहर, ग़ाज़ियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया शामिल हैं।