Lok Sabha Elections 2024: कर्नाटक भाजपा में 'विद्रोह', टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में मचा कोहराम

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 20, 2024 09:39 AM2024-03-20T09:39:54+5:302024-03-20T09:46:24+5:30

कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की 20 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसके बाद से पार्टी में टिकटों के लिए भयंकर कलह मचा हुआ है।

Lok Sabha Elections 2024: 'Revolt' in Karnataka BJP, chaos in the party over ticket distribution | Lok Sabha Elections 2024: कर्नाटक भाजपा में 'विद्रोह', टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में मचा कोहराम

फाइल फोटो

Highlightsकर्नाटक में लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से जारी टिकटों के लिस्ट के बाद मचा है घमासानपूर्व उपमुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा हावेरी सीट बसवराज बोम्मई को दिये जाने से बेहद नाराज हैं ईश्वरप्पा अपने बेटे केई कांतेश को टिकट न दिया जाने पर लगभग "विद्रोह" की मुद्रा में हैं

बेंगलुरु:कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की 20 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसे लेकर पार्टी में भारी घमासान मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा पार्टी द्वारा हावेरी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई तो चुनाव लड़ाये जाने और अपने बेटे केई कांतेश को टिकट न दिया जाने पर "विद्रोह" की मुद्रा में हैं।

दरअसल बीते 13 मार्च को पार्टी आलाकमान द्वारा घोषित उम्मीदवारों की सूची में ईश्वरप्पा के बेटे केई कांतेश को टिकट नहीं मिला। जिसके बाद से ईश्वरप्पा ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

बीजेपी नेता ईश्वरप्पा हावेरी लोकसभा सीट से अपने बेटे कांतेश के लिए टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उनके बेटे की दावेदारी को दरकिनार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बोम्मई को मैदान में उतार दिया है।

इस घटनाक्रम से आहत 75 साल के ईश्वरप्पा ने घोषणा की कि वह 'कर्नाटक में वंशवादी राजनीति' के विरोध में येदियुरप्पा के बड़े बेटे बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ शिवमोग्गा से चुनाव लड़ेंगे।

ईश्वरप्पा ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में बीजेपी की हालत खराब है। उन्होंने कहा, "लोग और कार्यकर्ता भाजपा के पक्ष में हैं, लेकिन यहां की व्यवस्था खराब है। हमारे नरेंद्र मोदी जी क्या कह रहे हैं? कांग्रेस पार्टी एक परिवार के हाथों में है। राहुल गांधी, सोनिया गांधी के पास। कर्नाटक में भाजपा की भी वही स्थिति है, वह भी यहां एक परिवार द्वारा नियंत्रित हो रही है।हमें इसका विरोध करना होगा।"

उन्होंने यहां तक ​​आरोप लगाया कि भाजपा में हिंदुत्व के पक्ष में खड़े लोगों को दरकिनार किया जा रहा है, चाहे वह सीटी रवि हों, प्रताप सिम्हा हों, बसनगौड़ा पाटिल यतनाल हों या सदानंद गौड़ा हों।

ईश्वरप्पा ने कहा, ''किसी भी परिस्थिति में मुझे बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ शिवमोग्गा से चुनाव लड़ना होगा और मैं जरूर लड़ूंगा।''

ईश्वरप्पा के अलावा चुनाव न लड़ने की मंशा रखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा भी अचानक चुनाव लड़ने की अपनी तीव्र इच्छा व्यक्त कर रहे हैं। उन्होंने बीते मंगलवार को यह भी संकेत दिया कि वह कांग्रेस में शामिल होने पर विचार कर सकते हैं और बुधवार को इस संबंघ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना फैसला सार्वजनिक कर सकते हैं।

भाजपा के इन दोनों नेताओं के अलावा कोप्पल से दो बार के भाजपा विधायक कराडी सांगन्ना भी लोकसभा का टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं, क्योंकि पार्टी ने उनकी दावेदारी को दरकिनार करते हुए डॉक्टर बसवराज क्यावतर को मैदान में उतारने का फैसला किया है। संगन्ना ने भी पार्टी को चेतावनी देते हुए कहा कि वह भी कांग्रेस नेताओं के संपर्क में हैं लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

संगन्ना ने पत्रकारों से कहा, "मैं अभी फैसला नहीं करूंगा। हमारी पार्टी के नेताओं के साथ गुरुवार को बैठक है। हमारे नेता जो भी सुझाव देंगे, मैं उसके साथ चलूंगा, चाहे पार्टी में रहना हो या कांग्रेस में शामिल होना हो।"

बीजेपी ने तुमकुरु से वी सोमन्ना को मैदान में उतारा है, जिसके कारण कर्नाटक के पूर्व मंत्री जेसी मधुस्वामी नाराज हो गए हैं और उन्होंने पार्टी के सामने अपनी नाराजगी जाहिर भी कर दी है।

मधुस्वामी ने कहा, "मुझे दुख है कि येदियुरप्पा मेरे लिए खड़े नहीं हुए और मेरी उम्मीदवारी का समर्थन नहीं किया। अब मैं सोच रहा हूं कि इस पार्टी में रहना चाहिए या नहीं, जब यहां कोई सुरक्षा नहीं है। मैं अपने कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा करूंगा कि आगे क्या करना है।"

इसके अलावा मधुस्वामी ने आगे कहा, "जब सार्वजनिक जीवन में नेताओं के बीच भ्रम की स्थिति होती है, तो केवल लोग ही बेहतर निर्णय ले सकते हैं। मैं एक बैठक बुलाऊंगा और लोगों से पूछूंगा कि आगे क्या करना है।"

इसके साथ उन्होंने बेहद साफ शब्दों में कहा था कि वह सोमन्ना के लिए प्रचार का काम नहीं करेंगे। कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के लिए दो चरणों, 26 अप्रैल और 7 मई को मतदान होगा। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
 

Web Title: Lok Sabha Elections 2024: 'Revolt' in Karnataka BJP, chaos in the party over ticket distribution

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