नई दिल्ली: बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने लोकसभा चुनाव के पहले चरण में अपेक्षाकृत कम मतदान प्रतिशत देखते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे अब नहीं सुनाई देते है, दीवारों पर लिखी इबारत को अब समझने की जरूरत है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, "बिहार में महागठबंधन के मतदाता भाजपा-जदयू या एनडीए से बहुत आगे हैं। वे सब कुछ समझते हैं। हाल के चार चुनाव को देखें। मैंने आपको पहले भी बताया था और वही बात हुई है। मतदान में वोट शेयर 50 फीसदी से नीचे चला गया है, इसका सीधा मतलब है कि अब 'मोदी-मोदी' के नारे नहीं सुनाई देंगे, इसलिए हमें दीवार पर लिखी इबारत को समझना चाहिए।”
मालूम हो कि 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 102 संसदीय क्षेत्रों के लिए पहले चरण का मतदान शुक्रवार को हुआ, जिसमें लगभग 64 प्रतिशत मतदान हुआ। पहले चरण के मतदान में रात 9:00 बजे तक अनुमानित मतदान प्रतिशत 63.89 फीसदी दर्ज किया गया।
पहले चरण में बिहार में सबसे कम 47.74 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि त्रिपुरा में सबसे अधिक 80.06 प्रतिशत मतदान हुआ। पहले दौर के मतदान में 21 राज्यों और 102 निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाताओं ने भाग लिया।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में निम्नलिखित राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल समेत केंद्र शासित प्रदेशों अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, जम्मू और कश्मीर और पुडुचेरी में मतदान हुआ।
इस बीच कांग्रेस पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक राजधानी दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में हुई। बैठक के बारे में अखिलेश सिंह ने कहा, "2-3 दिनों के भीतर सब कुछ स्पष्ट हो जाना चाहिए। जब कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चर्चा हो चुकी है। अब फैसला आएगा।"
सीईसी से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा, ''हमें गोपनीयता तोड़ने की इजाजत नहीं है इसलिए बैठक के विषय में ज्यादा बातचीत नहीं कर सकते हैं।''
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता सोनिया गांधी की अध्यक्षता में पंजाब और अन्य राज्यों की शेष लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए बैठक हुई। इस बैठक में पंजाब के वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
लोकसभा चुनाव 2024 सात चरणों में 19 अप्रैल से शुरू हो चुका है और 1 जून को अंतिम चरण के मतदान के बाद वोटों की गिनती एकसाथ 4 जून को संपन्न होगी।