नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके चुनाव प्रचार को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी उत्तर और दक्षिण के लोगों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
सिद्धारमैया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "सिर्फ इसलिए कि दक्षिणी राज्यों में चुनाव खत्म हो गए हैं, एक कृतघ्न प्रधानमंत्री अब दक्षिणी राज्यों के लोगों को निशाना बनाकर दक्षिण और उत्तर भारतीयों को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।"
सिद्धारमैया ने बेहद नाराजगी भरे लहजे में आगे कहा, "हम कर्नाटक को भारत की बेटी मानते हैं। भारत ने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है, लेकिन मोदी जैसे लोग जहर उगलते हैं।"
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें "प्रत्येक राज्य के लोगों के साथ सहजीवी संबंध" पर गर्व है।
इससे पहले मंगलवार को सिद्धारमैया ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद कर्नाटक में कांग्रेस सरकार गिर जाएगी।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि एकनाथ शिंदे को मेरी सरकार गिरने की बात करने की बजाय अपनी सरकार को गिरने से बचाना चाहिए। शिंदे ने जैसा बयान दिया है, वो राजनीति से प्रेरित हैं। कर्नाटक में राजनीतिक माहौल कांग्रेस के अनुकूल है और भाजपा का सफाया होने जा रहा है।
दूसरे राज्यों में चुनाव प्रचार के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें प्रचार के लिए निमंत्रण मिला है। सीएम सिद्धारमैया ने कहा, "बीजेपी को पहले भारत के लोगों को इस पर जवाब देने की जरूरत है कि वह काला धन कहां है, जिसे वापस लाना था? बीजेपी के वादे के मुताबिक किसानों की आय दोगुनी क्यों नहीं हुई? हमारे युवाओं को 2 करोड़ प्रति वर्ष नौकरियों का वादा कहां है दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने पहले ही दिन कर्नाटक में 5 गारंटियां पेश कीं और अपने अधिकारियों को पहले महीने में ही 5 गारंटियां लागू करने का निर्देश दिया।"
गौरतलब है कि कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान हुआ था। 14 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान हुआ था, जबकि शेष 14 पर 7 मई को मतदान हुआ था। वोटों की गिनती 4 जून को होनी है। 2019 के चुनावों में भाजपा ने 28 में से 25 सीटें जीतकर राज्य में लगभग जीत हासिल कर ली है। कांग्रेस और जद-एस - जो राज्य सरकार में गठबंधन में थे - केवल एक-एक सीट ही जीत सके।