Lok Sabha Elections 2024: "मोदी जी, 'मंगलसूत्र' की बात करके हिंदू-मुसलमान को बांटने की साजिश रच रहे हैं", कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे का प्रधानमंत्री पर सीधा हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 23, 2024 07:26 AM2024-04-23T07:26:09+5:302024-04-23T07:28:14+5:30
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान की बांसवाड़ा में की गई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली में की गई "मंगलसूत्र" वाली टिप्पणी की जमकर आलोचना की।
बेंगलुरु:कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान की बांसवाड़ा में की गई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली में की गई "मंगलसूत्र" वाली टिप्पणी की जमकर आलोचना की और कहा कि वह यह हमेशा से बंटवारे की राजनीति करते रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "पीएम मोदी की रणनीति हमेशा इस देश को बांटने की रही है। लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि इस देश को कैसे आगे बढ़ाया जाए। इसे छोड़कर वह हिंदू-मुस्लिम, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ी जाति को बांटने की बात कर रहे हैं। वह ये सब केवल वोट के लिए कर रहे हैं और इससे देश का भला नहीं होने वाला है।”
इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस लोगों का सोना और संपत्ति छीनना चाहती है और इसे "अधिक बच्चे रखने वालों" के बीच बांटना चाहती है। उन्होंने महिलाओं के लिए 'मंगलसूत्र' के महत्व पर जोर देते हुए कहा था कि किसी भी सरकार के पास इसे छीनने की शक्ति नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा था, जब कांग्रेस सरकार में थी, तो उसने कहा कि भारत के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसलिए, वे इस धन को 'अधिक बच्चे वाले लोगों' के बीच, घुसपैठियों के बीच बांटना चाहती है। कांग्रेस की यह शहरी नक्सली सोच आपके मंगलसूत्र को भी नहीं बख्शेगी।''
वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी और बीजेपी ने अपने चुनाव अभियान में जानबूझकर और बार-बार धर्म, धार्मिक प्रतीकों और धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल किया है और यही काम बिना किसी छूट के किया जा रहा है।
इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सोमवार को कहा कि पार्टी ने भारत के चुनाव आयोग को अपनी याचिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उनके राजस्थान के बांसवाड़ा में दिये हालिया भाषण में 'व्यक्ति की स्थिति की परवाह किए बिना' उचित कार्रवाई' करने का आग्रह किया है।
सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री का बयान 'गंभीर, हास्यास्पद लेकिन साथ ही बेहद आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा, "मुझे चुनाव आयोग में लगभग 17 शिकायतों से जुड़े कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व का मौका मिला है। जिनमें सबसे महत्वपूर्ण है, इस सरकार के मुखिया यानी प्रधानमंत्री द्वरा की गई बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी। हम उनके पद का सम्मान करते हैं। वह उतने ही हमारे प्रधानमंत्री हैं, जितने भाजपा के हैं। दुर्भाग्य से, हमने आयोग के सामने उनका जो बयान पेश किया है, वह गंभीर, हास्यास्पद रूप से आपत्तिजनक है।"
कांग्रेस नेता सिंघवी ने आगे कहा, "हम पीएम मोदी से हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि वह अपना बयान वापस लें और हमें स्पष्टीकरण दें। इसके साथ चुनाव आयोग यह बताएं कि उनका बयान कानून में कहां पर है, हम उनके सम्मान में वही करेंगे, जो हम दूसरों के साथ करते हैं।''