Lok Sabha Elections 2024: "ममता बनर्जी पहले अपने पिता का पता करें...", बंगाल भाजपा नेता दिलीप घोष ने दिया विवादित बयान, पार्टी ने मांगा स्पष्टीकरण
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 27, 2024 08:13 AM2024-03-27T08:13:50+5:302024-03-27T08:22:47+5:30
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी नेता दिलीप घोष को नोटिस जारी करके पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर की गई उनकी विवादित टिप्पणी के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है।
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी नेता और लोकसभा सांसद दिलीप घोष को नोटिस जारी करके तृणमूल प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर की गई विवादित टिप्पणी के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है।
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कथित रूप से विवादास्पद टिप्पणी करने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता दिलीप घोष के खिलाफ भारत के चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की थी। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी नेता दिलीप घोष ने व्यक्तिगत टिप्पणी कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मामले को तूल पकड़ता हुआ देख, अब भाजपा अध्यक्ष ने दिलीप घोष को स्पष्टिकरण का पत्र जारी किया है। बीजेपी पार्टी ने पत्र लिखकर कहा है कि दिलीप घोष द्वारा की गई टिप्पणी अशोभनीय, असंसदीय और पार्टी की परंपरा के खिलाफ है। पार्टी इस तरह की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करती है।
इसके साथ बीजेपी ने इस मुद्दे पर दिलीप घोष से स्पष्टीकरण देने को कहा है। इस घटनाक्रम से पहले दुर्गापुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद दिलीप घोष ने कहा कि ममता बनर्जी जहां भी जाती हैं, वह खुद को उस राज्य की बेटी कहती हैं। उन्हें पहले अपने 'पिता' की पहचान करनी चाहिए।"
दिलीप घोष ने कहा, "जब दीदी गोवा जाती हैं, तो वह खुद को गोवा की बेटी कहती हैं। जब वह त्रिपुरा जाती हैं, तो कहती हैं कि वह त्रिपुरा की बेटी हैं। उन्हें पहले अपने पिता की पहचान करनी चाहिए...।"
भाजाप नेता घोष के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तृणमूल ने चुनाव संहिता के तहत धारा का हवाला देते हुए कहा, "किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार को ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होना चाहिए या ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए जो किसी व्यक्ति के निजी जीवन पर हमला हो या ऐसे बयान जो दुर्भावनापूर्ण हों या शालीनता और नैतिकता को ठेस पहुंचाएं। इसलिए चुनाव आयोग को भाजपा सांसद दिलीप घोष के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।"
चुनाव आयोग को तृणमूल की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है, "दिलीप घोष की टिप्पणियां न केवल शालीनता की सीमाओं को पार करती हैं, बल्कि सत्ता के पदों पर महिलाओं के प्रति स्त्रीद्वेष और अनादर की संस्कृति को भी बढ़ावा देती हैं।"
तृणमूल नेता कीर्ति आजाद ने कहा, "बीजेपी नेताओं की ऐसी मानसिकता नारी शक्ति को अपमानित करती है। उन्होंने पहले मां दुर्गा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने ममता बनर्जी के बारे में जो कहा, उसके लिए उन्हें पॉक्सो अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।"
पश्चिम बंगाल के मंत्री शशि पांजा ने कहा कि बीजेपी नेता दिलीप घोष बहुत छोटे आदमी हैं और ऐसे लोगों को आगामी चुनाव में हराना चाहिए। उन्होंने कहा, "हम सभी भारत की बेटियां हैं। हम जहां भी जाएंगे, हम भारत की बेटियां होंगी। हम जिस भी राज्य में जाएंगे, हम वहां की बेटियां होंगी। दिलीप घोष बहुत छोटे आदमी हैं। वह चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हें लगता है कि जन प्रतिनिधि बनेंगे। क्या ऐसा आदमी जन प्रतिनिधि बनेगा?”